प्रतीकात्मक तस्वीर
प्रतीकात्मक तस्वीर

    Loading

    गड़चिरोली. दिवाली उत्सव समाप्त होने के बाद जिले के ग्रामीण अंचल में मुर्गा बाजार की  शुरूआत हुई है. जिसमें मुर्गा बाजार शौकिन बड़े पैमाने पर अपनी उपस्थिति दिखाते है.और मुर्गो की लढ़ाई पर हजारों, लाखों रूपयों का जुआ खेला जाता है. गड़चिरोली जिले में आदिवासी समाज की संख्या अधिक है.

    आदिवासी समाज का मुर्गा बाजार यह पारंपारिक खेल माना जाता है. वहीं इस समाज के लोग केवल मंनोरजन के लिये मुर्गा बाजार का आयोजन करते है.  मात्र पिछले कुछ वर्षो से कुछ शौकिन मुर्गो की लड़ाई पर पैसे लगाना शुरू कर दिया. जिसके कारण देखते ही देखते मुर्गा बाजार में जुआ खेलना शुरू हो गया.

    पिछले कुछ वर्षो से मुर्गो की लढ़ाई पर हजारों लाखों रूपयों का जुआ खेला जा रहा है. जिसके कारण शौकिनों की तादाद बढ़कर गड़चिरोली जिले में जिले से सटे चंद्रपुर, गोंदिया, भंडारा जिले समेत लेगंगाना और छत्तीसगढ़ राज्य से भी मुर्गा बाजार शौकिन कार और दुपहिया लेकर आते है.  वर्तमान स्थिति में जिले के विभिन्न हिस्सों में मुर्गा बाजार आयोजित किया जा रहा है.

    सीमावर्ती इलाकों में सर्वाधिक होता है मुर्गा बाजार का आयोजन

    गड़चिरोली जिला पुरी तरह जंगल व्याप्त है.  ऐसे में सीमावर्ती इलाकों में पुलिस थानों की संख्या कम है. जिसके कारण जंगल के आड़ में कुछ लोग अवैध तरीके से मुर्गा बाजार का आयोजन करते है. जिसमें हजारों, लाखों रूपयों का जुआ खेला जाता है. मात्र यह क्षेत्र दुर्गम और अतिदुर्गम क्षेत्र में होने के कारण पुलिस की कार्रवाई न के बराबर होती है. ऐसे में मुर्गा बाजार शौकिनों के हौंसले बढ़कर बड़े पैमाने पर मुर्गा बाजार का आयोजन किया जाता है. जिससे पुलिस विभाग को इस ओर ध्यान देने की आवश्यकता होने की बात कही जा रही है.

    पुलिस को कार्रवाई करने की आवश्यकता

    वर्तमान स्थिति में जिले के विभिन्न स्थानों पर मुर्गा बाजार आयोजित किया जा रहा है. जहां मुर्गो की लढ़ाई पर हजारों लाखों रूपयों का जुआ खेला जा रहा है. मुर्गा बाजार में जिले समेत बाहर जिले के शौकिन भी बड़ी संख्या में आ रहे है. इसके अलावा अब मुर्गा बाजार में छात्र दिखाई देने से छात्रों का भविष्य अंधेरे में दिखाई दे रहा है. मुर्गा बाजार में अवैध तरीके से जुआ खेले जाने के कारण विवाद भी होते है. ऐसे में पुलिस विभाग को इस ओर गंभीरता से ध्यान देकर अवैध मुर्गा बाजार के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग जिले के नागरिकों द्वारा की जा रही है.