- फिर रात को देसाईगंज वनपरिक्षेत्र में दाखिल
गड़चिरोली. देसाईगंज तहसील के जंगल में दाखिल हुए हाथियों के झुंड ने उत्पात मचाना प्रारंभ किया है. हाथियों का झुंड आरमोरी तहसील के जंगल परिसर में 3 दिन तक ठहरने के बाद आज 6 दिसंबर को देररात के दौरान फिर से इन हाथियों के झुंड ने युटर्न लेते हुए देसाईगंज तहसील के जंगलों की ओर अपना मोर्चा मोड दिया है, ऐसी जानकारी वनिवभाग से प्राप्त हुई है. तहसील के ग्रामीण अंचल में हाथियों द्वारा नितदिन बडी मात्रा में नुकसान करना जारी है.
3 दिसंबर को हाथियों के झुंड ने देसाईगंज वनपरिक्षेत्र छोडकर आरमोरी वनपरिक्षेत्र के पाथरगोटा वनक्षेत्र में अपना डेरा डाला था. 3 दिन तक यहां रूकने के बाद हाथियों का झुंड फिर से गाढ़वी नदी पात्र से देसाईगंज वनपरिक्षेत्र के कक्ष क्र. 90 में यानी उसेगाव से कासवी सडक समिपस्य जंगल परिसर में 6 दिसंबर को मध्यरात्री 1:24 बजे के दौरान दाखिल होने की जानकारी वनविभाग से प्राप्त हुई है. इस दौरान फिर से हाथियों ने उसेगांव परिसर के किसानों का व्यापक मात्रा में नुकसान किया. हाथियों का झुंड उसेगांव परिसर में विचरण करने की जानकारी वनविभाग द्वारा मिली है.
9 किसानों के फसलों का नुकसान
हाथियों के झुंड ने उसेगांव के सुनील बोरकर के 45-48 बोरे धान फसलों का नुकसान किया. हाथियों का झुंड उसेगांव परिसर के 9 किसानों के खेतों से चलकर जाने से इन किसानों के फसलों का नुकसान हुआ. इस दौरान मुंगफल्ली फसलों का नुकसान हुआ है. नैनपूर के निवासी गोपाल चौधरी द्वारा उसेगांव में मवेशियों के लिए तैयार किए गए गोडाऊन का भी हाथियों ने नुकसान किया है. इसमें 3 गेट, एक दरवाजा व सुरक्षा दिवार तोडी.
वनविभाग ने किया सतर्कता बरतने का आह्वान
हाथियों का झुंड अब किस दिशा में जाएगा, इसका अनुमान लगाना कठीण है. विगत 8 से 10 दिनां से हाथियों का झुंड इसी परिसर में विचरण कर रहा है. हाथियों द्वारा परिसर के किसानों का नुकसान शुरू होने से किसानों में भय का वातावरण है. उसेगांव तहसील मुख्यालय से बेहद समिप है.
इस मार्ग से परिसर के नागरिकों का आवागमन रहता है. वनविभाग की ओरसे परिसर में व्यापक सतर्कता बरती जा रही है. वहीं हुए नुकसान के पंचनामे किए जा रहे है. हुए नुकसान का किसानों को मुआवजा दिया जानेवाला है. ऐसी जानकारी वनविभाग ने दी है. वहीं सतर्कता बरतने की अपील भी वनविभाग ने की है.