हंगामी क्षेत्र कर्मियों की 100 फीसदी आरक्षित पदभरती करे

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    • मरा हंगामी क्षेत्र कर्मचारी संगठन का स्वास्थ्यमंत्री को ज्ञापन

    गड़चिरोली. वर्तमान स्थिती में स्वास्थ्य विभाग में मनुष्यबल अल्प होने से कोरोना, ओमायक्रॉन का संक्रमण बढ़ता जा रहा है. जिससे हंगामी क्षेत्र कर्मचारी आरक्षित पदभर्ती 100 प्रश की जाए, ऐसी मांग महाराष्ट्र राज्य हंगामी क्षेत्र कर्मचारी संगठना जिला शाखा गड़चिरोली की ओर से विधायक रामदास आंबटकर के माध्यम से स्वास्थ्यमंत्री राजेश टोपे को भेजे हुए ज्ञापन से की है. 

    29 सितंबर 2021 से लागू किया नया सेवाप्रवेश नियम रद्द किया जाए. जिला परिषद भर्ती तथा स्वास्थ्य सेवकों के अन्य भत्तों में हंगामी क्षेत्र कर्मचारी को यह नई सेवा प्रवेश नियम लागू न करे, अधिकांश हंगामी क्षेत्र कर्मचारी 12 वी आर्ट फॅकल्टी के होने से 12 वी सायन्स पास की शर्त रद्द करे.

    काम के अनुभव के लिए, पूर्व की तरह ही 90 दिन के प्रमाणपत्र की शर्त कायम रखे, स्वास्थ्य सेवक परीक्षा में हंगामी क्षेत्र कर्मचारियों के लिए होनेवाला 50 प्रश आरक्षित कोटा कायम रखे, 28 फरवरी 2021 को हुए परीक्षा के उम्मीदवार से ही 100 प्रश पद भर्ती करे, रिक्त जगह को अगेन्स्ट कोटे से भरे, 2001 के बाद गडचिरोली जिले में ही 839 हंगामी क्षेत्र कर्मचारियों की नियुक्ती की गई.

    जिससे गडचिरोली के अलाव अन्य कोई भी जिले में 90 प्रश अंक लेकर पात्र होनेवाले उम्मीदवार उपलब्ध न होने से एक बार समावेश किया जाए. स्थानीय चयन समिति ने वरिष्ठों की ओर बार बार मार्गदर्शन न मागते हुए स्थानीय लेवल पर ही तत्काल नियुक्तियां करे. गुट ‘क’ व ‘ड’ की तरह जिप की भर्ती परीक्षा तत्काल ले.

    गडचिरोली जिले के ग्रामीण क्षेत्र की स्वास्थ्य की सुविधा तथा मनुष्यबल बढाया जाए, आदि मांगे ज्ञापन से की गई. ज्ञापन सौंपते समय संगठन के जिलाध्यक्ष अब्दूल शेख, उपाध्यक्ष ज्ञानदीप गलबले, कोषाध्यक्ष सुरज बाबनवाडे, सचिव मिलींद खेवले, मरा जिप स्वास्थ्य सेवा कर्मचारी संगठन के जिलाध्यक्ष दीपक चौधरी उपस्थित थे.