फसलों को तबाह कर रहे जंगली हाथी, वारवी-पिपरी गांव परिसर का मामला

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    गड़चिरोली. पिछले 15-20 दिनों से जंगली वड़सा वनविभाग के मालेवाड़ा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले जंगलों में अपना ड़ेरा ढाले हुए है. ऐसे में जंगली हाथियों का उत्पात थमने का नाम नहीं ले रहा है. मालेवाड़ा वनपरिक्षेत्र अंतर्गत आनेवाले वारवी-पिपरीगांव परिसर में जंगली हाथियों का समूह धान फसलों तबाह कर रहा है. जिसके कारण क्षेत्र के किसानों का भारी नुकसान हुआ है. 

    छत्तीसगढ़ राज्य से जंगली हाथियों का समूह गड़चिरोली जिले के सीमा में दाखिल हुआ. गड़चिरोली वनविभाग के जंगल में कुछ दिन तक रहने के बाद यह समूह वड़सा वनविभाग में दाखिल हुआ. वहीं पिछले 20 दिनों से वड़सा वनविभाग अंतर्गत आनेवाले मालेवाड़ा वनपरिक्षेत्र के जंगल में हाथियों की चहल-पहल शुरू है.

    इस कालावधि में जंगली हाथियों के समुह ने इस क्षेत्र में काफी उत्पात मचाया है. खेतों को नुकसान पहुंचाने के साथ ही लोगों को  घरों को क्षति पहुंचाई है. वहीं पिछले दो दिनों से पुन: धान फसलों का नुकसान पहुंचा रहे है. जंगली हाथियों का समूह खेतों से गुजरने के कारण फसलों का भारी नुकसान हो रहा है. जिससे किसानों में चिंता का वातावरण निर्माण होने के साथ ही नुकसानग्रस्त किसानों ने मुआवजे की मांग की है.