बाघ के हमले में महिला की मृत्यू, गडचिरोली परिसर में दहशत

  • शहर समीप चांदाला मार्ग की घटना

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गडचिरोली. जंगल में लकडिया लाने के लिए गए महिला पर बाघ ने हमला कर उसे मौत के घाट उतारने की घटना बुधवार 16 दिसंबर को दोपहर डेढ बजे के दौरान चांदाला मार्ग के जंगल में घटी. मृतक महिला का नाम इंदिरानगर तहसील गडचिरोली निवासी सुधा अशोक चिलमवार (58) है. इस घटना से गडचिरोली शहर समेत परिसर में दहशत का वातावरण निर्माण हुआ है.

प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार 16 दिसंबर को गडचिरोली शहर समीप इंदिरानगर की निवासी सुधा अशोक चिलमवार यह महिला वार्ड के पाच-छह महिलाओं के साथ चांदाला मार्ग के संरक्षित जंगल रहनेवाले कंपार्टमेंट 174 में लकडिया चुनने के लिए गयी थी. गडचिरोली-चांदाला मार्ग के आधे किमी की दूरी पर सभी महिला जंगल में लकडिया चुनते समय जंगल में रहनेवाले पट्टेदार बाघ ने सुधा चिलमवार इस महिला पर हमला कर उसे खिचकर जंगल में ले गया. बाघ का हमला होते ही अन्य महिलाएं चिल्लाकर भाग खडे हो गई. इस घटना की जानकारी वनविभाग को दी गई. इस समय वनअधिकारी व कर्मचारी घटनास्थल की ओर रवाना हुए.

घटनास्थल पर निरीक्षण करने पर सुधा चिलमवार यह महिला मृत अवस्था में पाई गयी. कुछ कालावधि के बाद गडचिरोली की पुलिस घटनास्थल पर दाखिल हुई. इस समय प्रभारी पुलिस निरीक्षक मेश्राम, पुलिस उपनिरीक्षक चव्हाण के उपस्थिती में मृतक महिला सुधा चिलमवार का शव कब्जे में लेकर पोर्स्टमार्टम किया गया. बाघ के हमले में महिला का एक पैर व सिर का कुछ हिस्सा खाया था. घटना की जानकारी मिलते ही नागरिकों ने घटनास्थल पर भीड की थी. इस घटना के बाद परिसर के नागरिकों में डर का वातावरण फैला है.

बाघ के हमले में महिला की मृत्यू होने की घटना घटने के बाद घटनास्थल पर वनविभाग के सहाय्यक वनसंरक्षक (रोहयो) सोनल भडके, गडचिरोली के वनपरिक्षेत्राधिकारी (प्रादे.) डि. व्ही. कैलूके, क्षेत्र सहाय्यक पी. ए. जेनेकर, गुरवला क्षेत्र सहाय्यक अरुण कन्नमवार, वनरक्षक दिलीप धुर्वे, वनरक्षक भसारकर, बोले आदीं ने भेट देकर पंचनामा किया. वनविभाग के नियम के अनुसार जंगली जानवरों के हमले में मृत्यू होनेवाले व्यक्ती के वारसदारों को 15 लाख की सानुग्रह मदत दी जाती है. जिसके अनुसार मृतक सुधा चिलमवार इस महिला के परिवार को 15 लाख की मदद दी जाएगी, ऐसी जानकारी वनविभाग अधिकारियों द्वारा मिली है. 

मॉर्निंग, ईव्हनिंग वॉक करनवालों के लिए खतरे की घंटी

गडचिरोली शहर के काफी नागरीक मॉर्निंग व ईव्हनिंग वॉक करने के लिए इस मार्ग पर बडी संख्या में जाते है. इसके पूर्व भी कईओं को बाघ का दर्शन हुआ है. मात्र अभी तक बाघ ने किसी भी नागरिकों पर हमला करने की घटना नहीं घटी. जिससे बिनधास्त इस मार्ग पर घुमनेवाले नागरिकों की भीड देखने को मिलती थी. मात्र इस घटना ने घुमनेवाले नागरिकों के समक्ष खतरे की घंटी बजा दी है.

बाघ का बंदोबस्त करे: नप उपाध्यक्ष कुनघाडकर

घटना की जानकारी मिलते ही नगर परिषद के उपाध्यक्ष अनिल कुनघाडकर ने घटनास्थल पर भेट दी. गत कुछ दिनों से शहर समीप परिसर में बाघ का डेरा होने की चर्चा थी. मात्र आज की घटना से यहा बाघ का वास्तव्य होने की पुष्टी हुई है. उक्त घटना शहर समीप होने से नागरिकों में दहशत का वातावरण निर्माण हुआ है. वनविभाग बाघ का तत्काल बंदोबस्त करे, ऐसी मांग गडचिरोली नप उपाध्यक्ष अनिल कुनघाडकर ने की है.