गड़चिरोली. जिले के 467 ग्राम पंचायत होकर इनमें से अनेक ग्राम पंचायतों में अब तक इंटरनेट सुविधा समेत अन्य सुविधाएं उपलब्ध नहीं होने के कारण ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. वहीं इंटरनेट सुविधा के अभाव मे ग्राम पंचायतों के कार्य प्रभावित होते दिखाई दे रहे है.
ग्रामीण क्षेत्र का विकास ग्राम पंचायतों के माध्यम से होता है. जिससे ग्राम पंचायत को महत्वपूर्ण स्थान दिया गया है. ग्राम पंचायतों के माध्यम से विकास के साथ ही विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी किसान और नागरिकों को दी जाती है. इसके अलावा विभिन्न दाखिलों का वितरण किया जाता है. सरकार ने सभी सरकारी दफ्तरों के कामकाज ऑनलाईन किया है. पटवारी कार्यालय और ग्राम पंचायत कार्यालय से मिलनेवाले दाखिले भी ऑनलाईन तरीके से दिए जाते है.
जिससे पिछले कुछ वर्षो से जिले के ग्राम पंचायतों में इंटरनेट सुविधा लगाने का कार्य शुरू किया है. किंतु अब तक अनेक ग्राम पंचायत इंटरनेट सुविधाओं सें वंचित होने की जानकारी मिली है. जिले के भामरागड़, एटापल्ली, सिरोंचा, धानोरा और कोरची इन तहसीलों में तो, ऐसी स्थिति है कि, दुर्गम व अतिदुर्गम तहसीलों के नागरिकों को अपने ऑनलॉइन काम करवाने के लिये तहसील मुख्यालय अवस्था जिला मुख्यालय में आना पड़ता है. तहसील मुख्यालय में भी अनेक बार इंटरनेट सुविधा उपलब्ध नहीं होने के कारण दुर्गम और अतिदुर्गम गांवों को नागरिकों को निराश होकर जाना पड़ता है.
अनेक गांवों में नेटवर्क नहीं
जिले के अनेक गांव में नेटवर्क नहीं होने के कारण नागरिकों को एक दुसरे से संपर्क करने में अनेक दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. ऐसे में इंटरनेट सुविधा तो इनके लिए तेढी खीर है. आजकल मोबाईल एक आम जरूरती वस्तू बन गई है. वहीं इन दिनों स्मार्टफोन का क्रेज है. अनेक कार्य मोबाईल के माध्यम से किए जाते है. यहां तक की पैसों के लेनेदेन के साथ ही अनेक ऑनलाईन कार्य चुटकियों में हो जाते है. किंतु जिले में सुविधाओं का आलम यह है कि, दुर्गम क्षेत्रों में मोबाईल तो पहुंचे है, किंतू नेटवर्क सुविधा नहीं पहुंच पायी है. जिस कारण मोबाईल रहने के बावजूद उसका उपयोग नहीं हो पाता है. जिससे ग्रामीण अंचल में सुचारू नेटवर्क आपूर्ति करने की मांग की जा रही है.