Opportunity in Australia's food processing industry, take advantage: Kulkarni

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    • ऑस्ट्रेलिया से किया जिले के किसानों से संवाद 

    गड़चिरोली. ऑस्ट्रेलिया में व्यवसाय शुरू करना, वहां की खेती व भारत की खेती में फर्क तथा ऑस्ट्रेलिया के खेती में बडी मात्रा में स्वयंचलन का उपयोग, संरक्षित खेती विषय में जानकारी देते समय नवउद्योजकों को ऑस्ट्रेलिया के अन्न प्रक्रिया उद्योग के मौके का लाभ लेने का आह्वान, आस्ट्रेलिया के ब्रिसबेन के अन्न सुरक्षा लेखापाल स्वानंद कुलकर्णी ने किया. जिल कृषि महोत्सव में किसानों को आभासी पद्धति से सिधे ऑस्ट्रेलिया से संवाद करते हुए वे बोल रहे थे. 

    जिला कृषि महोत्सव 2022 कार्यक्रम के दुसरे दिन किसानों को मार्गदर्शन कार्यक्रम संपन्न हुआ. इस समय ऑस्ट्रेलिया में अन्न सुरक्षा लेखापाल के रूप में कार्यरत होनेवाले स्वानंद कुलकर्णी ने आभासी पद्धति से जिले के किसानों से सिधे संवाद किया. इस समय डा. पं. दे. कृ. वि. नागपुर के सहयोगी प्राध्यापक, वनस्पती रोगशास्त्र तज्ञ, डा. पोटदुखे ने अझोला तकनिकी का खेती में उपयोग कर नत्रखाद का उपयोग कम किया जा सकता है, इस विषय पर मार्गदर्शन किया. डा. भालचंद्र ठाकुर, संचालक, रुची ग्रुप ऑफ कंपनी ने ड्रॅगन फ्रुट इस नाविण्यपूर्ण फल फसल बुआई संदर्भ में जानकारी दी.

    जिले की जमीन व मौसम ड्रॅगन फ्रुट बुआई के लिए पोषक हे. शुरूआत में कम क्षेत्र में प्रायोगिक तत्व पर बुआई कर बाद में बडे पैमाने पर बुआई करे, ऐसी बात कहीं. वहीं ड्रॅगन फ्रुट फल पुसल के पोधे केवल सरकारमान्य रोपवाटीका से लेने का आह्वान किया. डा. यशवंत उमरदंड, पशुधन विकास अधिकारी ने आधुनिक पद्धति से बकरी पालन के विषय में किसानों को मार्गदर्शन किया.

    बकरी पालन के लिए स्थानीय प्रजाती के बकरियों का उपयोग करे, बकरी, बकरे का चयन, आहार, बिमारी, टीकाकरण समयसारिणी, दैनंदीन देखभाल आदि विषय पर जानकारी दी. तेलबीज शास्त्रज्ञ डा. संदिप कांबली ने मोहरी, जवस इन तेलबीज फसलों के बुआई संदर्भ में जानकारी दी. कृषि महोत्सव के दूसरे दिन बडी संख्या में किसानों ने प्रदर्शनी को भेट देकर कार्यक्रम का लाभ उठाया. वहीं कृषि प्रदर्शनी में आत्मा, माविम व  उमेद इनके गुट द्वारा बडी मात्रा में मुल्यवर्धीत पदार्थ व खेतउपज की बिक्री हुई.