- केवल शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मियों की उपस्थिति
गोंदिया. जिप के शिक्षा विभाग ने 26 जून को ही नए शैक्षणिक वर्ष में शाला की पहली घंटी बजाने का संकेत दिया था. वहीं कोरोना वायरस के संक्रमण से शाला शुरू होगी या नहीं इस संदर्भ में भ्रम था. लेकिन 26 जून को यह भ्रम दूर हो गया. जिले की 389 उच्च माध्यमिक शाला विद्यार्थियों के बिना ही शुरू हो गई. पहले ही दिन अनेक शालाओं में शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मियों की उपस्थिति दिखाई दी.
छात्रों की स्वास्थ्य सुरक्षा जरूरी
विदर्भ की भौगोलिक परिस्थिति को देखते हुए हर वर्ष नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत 26 जून को होती है. जबकि शेष महाराष्ट्र में 15 जून को नए शैक्षणिक सत्र की शुरुआत होती है. इस बार मार्च माह में शुरू हुआ कोरोना संक्रमण दिन ब दिन बढ़ते ही जा रहा है. राज्य की शालाएं शुरू करने के संदर्भ में शासन ने अनेक मार्गदर्शक सूचना व दिशा निर्देश जारी किए. लेकिन प्रशासन व पालकों ने विद्यार्थियों के स्वास्थ्य की सुरक्षा को देखते हुए शाला शुरू करने से इंकार किया था. वहीं कुछ स्थानों पर शाला व्यवस्थापक समिति ने शाला शुरू करने का निर्णय लिया था. इसी बीच शिक्षा विभाग के माध्यम से शाला शुरू करने संबंधी समय-समय पर दिए जाने वाले निर्देशों से पालक व विद्यार्थियों में भ्रम का वातावरण बन गया था.
शिक्षा विभाग ने आवश्यक सभी सतर्कता व उपायों के साथ 26 जून को शाला शुरू करने के संकेत दिए थे. इसके अनुसार जिले की 389 उच्च माध्यमिक शालाएं शुरू हो गई है. इस समय शाला में कोई भी विद्यार्थी दिखाई नहीं दिए. राज्य शासन के निर्णय अनुसार कक्षा पहली से 5वीं तक की कक्षाएं सितंबर में व 6वीं से 8वीं तक की कक्षाएं अगस्त में और 9 वीं से 12वीं तक 26 जून से शुरू करने के निर्देश दिए गए थे.
40 शालाओं में बने थे कोविड केअर सेंटर
उल्लेखनीय है कि जिले की 40 शालाओं में कोविड केअर सेंटर दिए गए थे. इसमें से कुछ शालाओं को साफ-सुथरा कर जंतु रहित किया गया है. वहीं अब अनेक शालाओं को जंतु रहित बनाने की प्रक्रिया शुरू है. इन सभी शालाओं में बाहर से आए नागरिकों को क्वारंटाइन कर रखा गया था.