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    • वन विभाग का निर्णय : राज्य में पहला प्रकल्प

    गोंदिया. व्याघ्र दर्शन के लिए प्रसिद्ध जिले के नवेगांव नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प में व्याघ्र संवर्धन स्थानांतर के प्रथम चरण में चंद्रपुर जिले को ब्रम्हपुरी स्थित 4 बाघिन नवेगांव नागझिरा प्रकल्प में छोड़ने का निर्णय राज्य के वन विभाग ने लिया है. राज्य में इस तरह का यह पहला प्रकल्प है. इसमें मई के अंत तक 2 बाघिन इस व्याघ्र प्रकल्प में छोड़ने का संकेत वन विभाग प्रशासन  ने दिया. पिछले कुछ वर्षो में राज्य में मानव- वन्यजीव संघर्ष  बढ़ा है. जिससे 2021 में  84 लोगों को अपनी जान गवानी पड़ी है.

     इसके बाद राज्य वन्यजीव मंडल की बैठक में बाघ के संवर्धन स्थानांतर को हरी झंडी मिली है. इसके लिए जगह की खोज करने का सिलसिला चलाया गया और  नवेगांव नागझिरा व्याघ्र प्रकल्प का चयन किया गया. यहां बाघ और बाघिन की संख्या समांतर नहीं है. जिससे 4 बाघिन लाकर यह संख्या समांतर करने के लिए निर्णय लिया गया है.

    इस व्याघ्र प्रकल्प में बाघ छोड़ने का निर्णय दो वर्ष पूर्व का है लेकिन 6 महीने से देहरादून स्थित भारतीय वन्यजीव संस्था के विशेषज्ञ बिलाल हबीब व उसकी टीम ने नजर केंद्रीत कर  रखी है. इन बाघिनों को कुछ दिन खुले पिंजरे में रखकर रेडिओ कॉलर लगाकर इस व्याघ्र प्रकल्प में छोड़ा जाएगा. इस प्रकल्प का संपूर्ण संचालन बिलाल हबीब कर रहे हैं. इसके लिए स्वयं सेवी संस्थाओं की मदद ली जा रही है.