गोंदिया. रावणवाड़ी थाने के सहायक पुलिस निरीक्षक सरवाडे द्वारा स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक दिनेश लबडे को जानकारी दी कि ग्राम सतोना निवासी दीपांशु ब्रिकचंद उरकुडे यह कुछ लोगों को 10 हजार रु. के नोट किसी केमिकल में रखने के बाद कुछ घंटों में उससे ढाई लाख रु. बन जाते है. ऐसा बताकर ठग लिया. उसने फिर्यादी से 10 हजार रु. लिए और एक केमिकल में डाल दिया. और बंडल पॅक कर फिर्यादी को लौटा दिए. और उसे 2 घंटे बाद खोलने को कहा.
जब फिर्यादी ने बंडल खोलकर देखा तो उसमें केवल कागद थे और तब तक दिपांशु 10 हजार रु. लेकर स्विफ्ट कार क्र. सीजी 12 एआर 7194 से गोंदिया की ओर जा चुका था. जानकारी मिलते ही पुलिस अधीक्षक निखिल पिंगले ने मामले को गंभीरता से लेकर आरोपी की खोज व उसे गिरफ्तार करने के आदेश दिए.
उसके अनुसार लबडे ने आरोपी की खोज के लिए दल बनाकर उसे रवाना किया. इस बीच गुप्त जानकारी के आधार पर टीम ने बालाघाट टी पॉइंट में नाकाबंदी की. इस दौरान ने 24 मार्च की शाम 6 बजे स्विफ्ट कार क्र. सीजी 12 एआर 7194 रावनवाड़ी से गोंदिया की ओर आते देखाई दी उसमें 5 लोग सवार थे. उन्हें हिरासत में लेकर पुछताछ की गई. जिसमें दीपांशु उरकुड़े ने धोखाधड़ी की बात कबूल कर ली.
इसमें से हिरासत में लिए गए संदिग्ध पींटूकुमार सुंदरलाल बारमाटे से कार में मौजूद 500 रु. के 20 नोट भी बरामद किए गए. वहीं कार भी जब्त कर ली गई. इस प्रकरण में दिपांशु उरकुडे सहित, मलाजखंड (बालाघाट) निवासी पिंटूट्कुमार सुंदरलाल बारमाटे (32), बंजारीटोला, बिरज, (बालाघाट) निवासी दुर्गेश सिताराम मरस कोल्हे (30), सतोना निवासी सियाराम महिपाल चौधरी (42), बालाघाट जिले के सिरसा निवासी राजेश अमरलाल नेवारे (30) व पारगांव, किर्णापूर (बालाघाट) निवासी विष्णु बाबुलाल पंधरे (42) को गिरफ्तार कर आगे की कार्रवाई के लिए रावणवाडी पुलिस के हवाले कर दिया गया.
यह कार्रवाई स्थानीय अपराध शाखा के पुलिस निरीक्षक दिनेश लबडे के मार्गदर्शन में सहायक पुलिस निरीक्षक विजय शिंदे व सरवदे, महिला पुलिस उप निरीक्षक वनिता सायकर, सहायक फौजदार अर्जुन कावले, हवालदार चित्तरंजन कोडापे, इंद्रजित बिसेन, कांस्टेबल संतोष केदार, महिला कांस्टेबल स्मिता तोंडरे ने की.