Nagpur Road Accidents

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गोंदिया. अधिकांश वाहन चालक यातायात नियमों पर ध्यान नहीं देते हैं और नियम तोड़कर तेज गति से वाहन चलाते हैं. इसी वजह से दुर्घटनाएं होती हैं. 90 प्रश. से अधिक दुर्घटनाएं वाहनों की अधिक गति के कारण होती हैं. जिले भर में विभिन्न मार्गो पर पिछले 120 दिनों में 80 दुर्घटनाओं में 48 लोगों की मौत हो चुकी है. 27 गंभीर दुर्घटना में 56 लोग घायल हुए हैं. यह आंकड़ा वाहन चालकों की चिंता बढ़ा रहा है. हर कोई वाहन चालक जल्दी में रहता है. जिले के प्रमुख मार्गों को अब राष्ट्रीय राजमार्ग में बदल दिया गया है. इसके अलावा गुणवत्ता मार्गों को सुचारू बनाने के लिए मार्गों में भी सुधार किया गया है. इन मार्गों पर तेज गति से वाहन चलते हैं.

80 दुर्घटनाओं में 48 की मौत, 56 घायल

पिछले चार माह में 80 से अधिक दुर्घटनाएं हो चुकी हैं. जिसमें 48 लोगों की जान चली गई और 56 लोग घायल हो गए है. इन दुर्घटनाओं में जीप, कार, मालवाहक ट्रक, ऑटोरिक्शा और दोपहिया सहित अन्य वाहन शामिल हैं. कई मार्गों पर चल रहे मार्ग  मरम्मत कार्य के कारण दुर्घटनाओं की संख्या में इजाफा हुआ है और संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.

इन मार्गों पर सबसे ज्यादा दुर्घटनाएं 

नागपुर-रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग : नागपुर-रायपुर राष्ट्रीय राजमार्ग जिले के सड़क-अर्जुनी तहसील के कोहमारा गांव से होकर गुजरता है और यहां बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं होती हैं. कोहमारा-गोंदिया हाईवे : कोहमारा-गोंदिया हाईवे को अब नेशनल हाईवे का दर्जा मिल गया है लेकिन यहां अब भी दुर्घटनाएं हो रही हैं. देवरी-गोंदिया राष्ट्रीय राजमार्ग : देवरी से गोंदिया तक के राजमार्ग को भी राष्ट्रीय राजमार्ग का दर्जा मिल गया है लेकिन यहां भी दुर्घटनाएं हो रही हैं.

ये हैं जिले के ब्लैक स्पॉट

जिले में पुलिस द्वारा दुर्घटना की सूचना मिल रही है, कहीं-कहीं सड़क पर ब्लैक स्पॉट होने से दुर्घटना हो रही है. नागरिकों से इस ब्लैक स्पॉट को हटाने की मांग की जा रही है. डुग्गीपार थाना अंतर्गत नैनपुर, देवरी थाना  अंतर्गत मासुलकसा घाट, तिरोड़ा थाना अंतर्गत मुंडीकोटा व सहकारनगर, सालेकसा थाना अंतर्गत गैस गोदाम, रामनगर थाना अंतर्गत भागवतटोला परिसर व कटंगीकला परिसर  तथा अर्जुनी मोरगांव थाना अंतर्गत कुंभीटोला-बाराभाटी डामर प्लांट जिले में ब्लैक स्पॉट हैं.

गति नियंत्रण दुर्घटना का समाधान

वाहन चालक यातायात नियमों का सख्ती से पालन करे. साथ ही दुर्घटना जैसी घटनाओं से बचने के लिए वाहन की गति नियंत्रित रखे.

जयेश भांडारकर (निरीक्षक, यातायात नियंत्रण शाखा, गोंदिया)