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    गोंदिया.  प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत वर्ष 2023 में भी लाभार्थियों को निःशुल्क खाद्यान्न वितरण किया जाएगा. मजे की बात यह है कि जहां जनवरी माह का राशन लाभार्थियों को बांटा जा रहा है, वहीं सरकार ने अभी यह स्पष्ट नहीं किया है कि अनाज पर कितना कमीशन मिलेगा. इसलिए राशन दुकानदार भ्रमित हैं और अनाज बांटने वाले स्वस्त अनाज दुकानदारों को कमीशन कैसे मिलेगा ? ऐसा सवाल उठाया जा रहा है.

    केंद्र सरकार 2023 में राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत सब्सिडी के रूप में दो लाख करोड़ से अधिक खर्च करेगी. इससे गरीबी रेखा से नीचे के लोगों के आर्थिक बोझ को दूर करने में मदद मिलेगी. राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत सरकार द्वारा चावल, गेहूं उपलब्ध कराया जाएगा.

    अंत्योदय कार्ड के लाभार्थियों को 5 किलो गेहूं और 30 किलो चावल मुफ्त में मिलेंगे और एक किलो शक्कर लाभार्थियों को खरीदनी होगी. इस बीच योजना के तहत राशन दुकानों में जनवरी माह का राशन वितरण किया जा रहा है.  इसके बावजूद सरकार ने अभी तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि अनाज बांटने वाले स्वस्त अनाज दुकानदारों को कितना कमीशन मिलेगा. जिससे हमारे कमीशन का क्या ? ऐसा सवाल राशन दुकानदार कर रहे हैं.

    एक साल का मुफ्त राशन

    कोरोना के समय से अंत्योदय के लाभार्थिर्यों को राशन की दुकान से 2 रु. किलो की दर से गेहूं व 3 रु.  किलो की दर से चावल मिल रहा था. इस बीच जनवरी 2023 से राशन की दुकानों पर अनाज की बिक्री बंद कर दी गई है और कार्ड धारकों को अब से एक साल तक वही खाना मुफ्त दिया जाएगा.

    कमीशन के विषय में वितरकों में संभ्रम 

    सरकार द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत पिछले साल तक राशन दुकानदारों को 150 रु.  प्रति क्विंटल कमीशन दिया जा रहा था. हालांकि इस साल मुफ्त अनाज बांटा जाएगा. उसके लिए दुकानदारों को कोई शुल्क नहीं देना होगा. राज्य सरकार इस अनाज के लिए राशन दुकानदारों को कुछ मुआवजा देने जा रही है. इस संबंध में कोई विस्तृत कमीशन वितरण निर्देश नहीं दिया गया है. इससे राशन दुकानदारों में संभ्रम है.