City's citizens in fear of pigs

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गोंदिया.  13 मार्च की शाम को स्थानीय हेमु कालानी चौक निवासी सुरेश माखीजा का 10 वर्षीय पुत्र अपने घर के बाहर स्कूल की छुट्टी होने के बाद अपने दोस्तों के साथ खेल रहा था. तभी  तेज गति से दूसरी ओर से एक लावारिस  सूअर ने उस बच्चे पर जानलेवा हमला कर दिया. जिससे वह दर्द से चिल्ला उठा. स्थानीय नागरिकों ने उस सुअर को तुरंत वहां से भगाया.

परिजनों द्वारा उस बच्चे को तत्काल केटीएस जिला सामान्य अस्पताल में भर्ती करवाया गया. डाक्टरों ने उस बच्चे का इलाज कर जान बचाई. इस तरह के हालात से गोंदिया के नागरिक दहशत में है. इस लचर व्यवस्था के लिए जवाबदार कौन है, समय रहते हुए अगर इन लावारिस जानवरों पर अंकुश नहीं लगाया गया तो जाने अनजाने में कई मासूमों की जाने जा सकती है, अब देखना है प्रशासन क्या इन लावारिस जानवरों पर लगाम लगा पाएगा.

जिलाधीश को सौंपा ज्ञापन

जिलाधीश चिन्मय गोतमारे को सिंधी कालोनी के निवासियों द्वारा उक्त घटना को लेकर ज्ञापन सौंपा गया. जिसमें कहा गया कि 13 मार्च की शाम को सिंधी कॉलोनी परिसर में हुई घटना यह कोई पहली घटना नही है. इसके पूर्व भी अनेक घटनाएं हुई. जिसमें घायल होने के साथ लोगों की जाने भी गई है. इस तरह की घटना में सिंधी कॉलोली परिसर के निवासी डा.रमेश मोतीराम वाधवानी की मृत्यु भी आवारा पशु के द्वारा मारने से हुई है. पहले भी नप को कई बार लिखित शिकायत की गई लेकिन कोई ध्यान नही दिया गया. 

13 मार्च की घटना के बारे में सामाजिक कार्यकर्ता महेश वाधवानी की शिकायत में घटना से संबंधित वीडियो जिलाधीश को भेजा गया. जिसमें दिखाया गया कि निवासी क्षेत्र में अन्न आवारा पालतु पशु जानवर (सूअर, कुत्ते, गाय, बैल, भैंस आदि) का खुलेआम किसी भी हमला करना कितना खतरनाक हो सकता है. इस घटना से सबक लेते इस पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई तो भविष्य में इससे बड़ी घटना से इंकार नही किया जा सकता. जिसके लिए केवल नप के साथ ही संपूर्ण जिला प्रशासन जिम्मेदार होगा.

City's citizens in fear of pigs, fatal attack of pig on 10-year-old child

ज्ञापन के साथ सिंधी कॉलोनी, सतनामी मोहल्ला, झोपड़ी मोहल्ला, सुंदर नगर, माताटोली, श्रीनगर परिसर के लोगों ने मांग के समर्थन में हस्ताक्षर कर अपना समर्थन घोषित किया. इस घटना के निषेध में व कानून व्यवस्था को ध्यान में रखते ज्ञापन प्रस्तुत किया गया. मांग पुर्ण नही होने पर सिंधी कॉलोनी परिसर के साथ ही शहर के सभी नागरिकों द्वारा प्रशासन के समक्ष असहयोग आंदोलन किया जाएगा. 

प्रतिनिधि मंडल में पीड़ित बालक आरुष मखीजा की माता, मखिजा परिवार के 10 लोग व सिंधी कालोनी की 6 से 7 महिलाओं के साथ पूर्व पार्षद लोकेश (कल्लू) यादव व पूर्व पार्षद गुड्डू कारडा का समावेश था. जिसमें जिलाधीश को घटना का मोबाइल पर CCTV फुटेज दिखाया गया.  इस घटना के विरोध में व ज्ञापन देने में सहयोग करने महेश वाधवानी, संजय कुंगवानी, प्रहलाद परयानी, संजय खटवानी, एड. विकी खटवानी, पवन रोहड़ा, बंसी चांदवानी, जनिराम पितोड़े, आकाश मटाले सहित 47 नागरिकों के हस्ताक्षर ज्ञापन में किए गए है.