Contaminated Water

Loading

गोंदिया. शहर में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायतें बढ़ने लगी है. दूषित जलापूर्ति की ज्यादा समस्या गांधी वार्ड व शास्त्री वार्ड में आने से स्थानीय लोगों की परेशानियां बढ़ गई है. लोगों ने बताया कि उनके यहां लगभग गत माह से नलों से गंदा पानी आ रहा है. अभी तो बदबूदार पानी की सप्लाई होने से लोग परेशान है.

गांधी वार्ड व शास्त्री वार्ड के नागरिकों ने शीघ्र जांच कर नलों के माध्यम से साफ पानी उपलब्ध कराने की मांग की है. इस क्षेत्र में मजीप्रा की पाइप लाइन कनेक्शन से दूषित पानी आने लगा है. बारिश के दिनों में आमतौर पर जलजन्य बीमारियां बढ़ती है लेकिन कुछ दिनों से शहर में मिट्टि मिश्रित व दूषित जलापूर्ति हो रही है.

इसका सीधा असर लोगों के स्वास्थ्य पर हो रहा है. लोग जुलाब पेट दर्द आदि की चपेट में आ रहे है. छोटे बच्चे भी इससे अछुते नहीं है. गर्मी बढ़ने से पानी की किल्लत होना आम बात है लेकिन पीने वाले पानी में मिट्टी मिक्स होकर घरों में दूषित पानी सप्लाई हो रहा हो तो इसे क्या कहे. इस क्षेत्र के नागरिकों ने बताया कि  प्रदूषित पानी पीकर बीमारी फैलने के बाद भी कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है.   यह समस्या काफी दिनों से आ रही है. कोई भी अधिकारी इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है. गांधी वार्ड में तो लंबी अवधि से पानी के सेम्पल लेने के लिए भी कोई नहीं आया. 

बीमार पड़ रहे लोग  

दूषित व मिट्टी मिश्रित जल से विशेष कर छोटे बच्चों में उल्टी व जुलाब की शिकायत देखी जा रही है. कुछ दिनों से इसके मरीजों की संख्या बढ़ गई है. इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया गया तो पीलिया या टाईफाइड जैसी बीमारी के जकड़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है. 

जम रहा मिट्टी का थक्का 

पिछले कुछ दिनों से मिट्टी मिश्रित जलापूर्ति हो रही है. बर्तनों में पानी भरने के कुछ समय बाद ही निचले हिस्से में मिट्टी का थक्का जम जाता है. शतप्रश शुध्द जलापूर्ति का दावा करने वाले मजीप्रा प्रशासन ने इस ओर ध्यान देना चाहिए. 

लिखिल शिकायत दर्ज कराएं : मजीप्रा

शहर में कुछ इलाकों में दूषित पेयजल आपूर्ति की शिकायते सामने आई है. उसे लेकर मजीप्रा द्वारा इन क्षेत्रों में इस प्रकार की जलापूर्ति होने पर नागरिकों से इस संबंध में लिखित स्वरुप में शिकायत करने की अपील की गई है ताकि संबंधित क्षेत्र में पाइप लाईन की जांच कर समस्या हल की जा सके.