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    गोंदिया. जिले में पिछले माह हुई अतिवृष्टि और बाढ़ से बड़े पैमाने पर धान फसल का नुकसान हो गया है. शासन के निर्देशानुसार नुकसान मुआवजे के पंचनामे कृषि व राजस्व विभाग के माध्यम से तैयार किए गए है. जिसमें अतिवृष्टि और बाढ़ से जिले की 12 हजार 821 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का बड़े पैमाने पर नुकसान हुआ है. वहीं 84 हेक्टेयर में फसल जमीन सहित बेकार होने का अहवाल कृषि विभाग ने जिलाधीश कार्यालय में प्रस्तुत किया है.

    जिले में इस बार खरीफ मौसम में 1 लाख 76 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में धान की व 35 हजार हेक्टेयर क्षेत्र में अन्य फसलों की बुआई की गई है. जिले में 10 से 15 अगस्त के दौरान बड़े पैमाने पर अतिवृष्टि होने से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई. इतना ही नहीं हजारों हेक्टेयर क्षेत्र में फसल कुछ दिन पानी में थी. जिससे वह सड़ गई है. कुछ रोपाई भी बह गई.

    जिससे किसानों पर खरीफ मौसम से वंचित होने की नौबत आ गई है. अतिवृष्टि से नुकसान होने वाले किसानों को नुकसान मुआवजा देने की मांग जोर पकड़ने लगी है. इसके बाद शासन ने वर्षाकालीन अधिवेशन के दौरान अतिवृष्टि व बाढ़ से हुए नुकसान के लिए हेक्टेयर के अनुसार नुकसान मुआवजा की घोषणा की है. लेकिन जिले की फसलों का नुकसान का अंतिम अहवाल तैयार होना बाकी था.

    जिससे किसानों को नुकसान मुआवजा मिलने के लिए प्रतीक्षा करनी पड़ी. जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी कार्यालय ने नुकसान मुआवजे का अंतिम अहवाल शासन को भेजने के लिए जिलाधीश को सौंप दिया. जिसमें जिले की 12 हजार 821 हेक्टेयर क्षेत्र में फसलों का सबसे अधिक नुकसान हुआ है. जिससे 28 हजार 754 किसान प्रभावित हो गए है. उन्हें नुकसान मुआवजा देने के लिए 30 करोड़ 69 लाख रु. की मांग शासन से की गई है. उक्त अहवाल अब जिलाधीश कार्यालय के माध्यम से शासन को भेजा जाएगा. इसके बाद नुकसान की रकम किसानों के खातों पर जमा होने की शुरूआत होगी.

    तहसील निहाय फसलों का नुकसान

    जिले में अगस्त महीने में हुई अतिवृष्टि ने कहर ढा दिया था. इसी में बड़े पैमाने पर फसलों का नुकसान हुआ है. तहसील निहाय हुए फसलों के नुकसान का विवरण इस प्रकार है. जिसमें गोंदिया तहसील 6215.63 हेक्टेयर क्षेत्र में नुकसान से 12676 किसान प्रभावित, गोरेगांव 436.52 हेक्टेयर में 1255 किसान, तिरोड़ा 3332.05 हेक्टेयर 6748 किसान, अर्जुनी मोरगांव 442.72 हेक्टेयर में 1340 किसान, देवरी 356.63 हेक्टेयर में 944 किसान, आमगांव 1056.47 हेक्टेयर में 2856 किसान, सालेकसा 666.55 हेक्टेयर क्षेत्र में 1574 किसान व सड़क अर्जुनी तहसील के 418.24 हेक्टेयर में 1361 किसान इस तरह कुल 12821.81 हेक्टेयर क्षेत्र में 28 हजार 754 किसानों का समावेश है.

    84 हेक्टेयर क्षेत्र में जमीन छिन्न भिन्न

    जिले में 10 से 15 अगस्त के दौरान हुई अतिवृष्टि से बाढ़ की स्थिति निर्मित हो गई थी. जिससे 84 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल सहित जमीन बेकार हो गई. इसमें सबसे अधिक क्षेत्र गोंदिया व तिरोड़ा तहसील का है. इन किसानों को प्रति हेक्टेयर 37 हजार 500 रु. आर्थिक मदद दी जाए. ऐसा कृषि विभाग के अहवाल में व्यक्त किया गया है.

    सबसे अधिक नुकसान गोंदिया व तिरोड़ा में

    जिले में अतिवृष्टि और बाढ़ का सबसे अधिक असर गोंदिया व तिरोड़ा तहसील के किसानों पर पड़ा है. इसमें गोंदिया तहसील के 6 हजार 215 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल नुकसान से 12 हजार 667 किसानों को व तिरोड़ा तहसील में 3 हजार 332 हेक्टेयर क्षेत्र में फसल प्रभावित होने से 6 हजार 747 किसानों पर असर पड़ा है.

    नुकसान मुआवजे पर असर

    अतिवृष्टि और बाढ़ से हुए नुकसान का अहवाल जिलाधीश कार्यालय को सौंप दिया गया है. इसके बाद यह अहवाल शासन को भेजा जाएगा. इसके बाद किसानों के बैंक खातों पर नुकसान मुआवजा की रकम जमा होने की शुरूआत होगी. जिससे अब किसानों की नजरें उस पर लगी हैं.