गर्भवती महिलाओं, विकलांग व बीमार व्यक्तियों के टीकाकरण में जिला अग्रसर

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    गोंदिया.  कोरोना के संभावित खतरे को देखते हुए 18 वर्ष आयु वर्ग के साथ ही 21 जुलाई  गर्भवती महिलाओं के टीकाकरण को मंजूरी दी गई है. इसके अलावा  बीमार  व विकलांग व्यक्ति, जिनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होने से उनमें कोरोना से संक्रमित होने की संभावना अधिक है, ऐसे वर्ग को टीकाकरण करने का निर्देश सरकार द्वारा दिया गया है.

    इस संबंध में जिले के स्वास्थ्य कर्मियों द्वारा गर्भवती माताओं, दिव्यांग व  बीमार व्यक्तियों का सर्वेक्षण कर टीकाकरण के  संबंध में परामर्श दिया जा रहा है. जिले में 21 जुलाई  से गर्भवती महिलाओं का टीकाकरण शुरू कर दिया गया है और  इस चार माह की अवधि में जिले में 6438 गर्भवती महिलाओं को पहला  व 1991 को दूसरी इस प्रकार  8429 डोज दी गई है. 

    बीमार व्यक्तियों 1069 पहला व 376 दूसरी इस प्रकार  1445 डोज तथा  दिव्यांग व्यक्तियों को  1825 पहला व  698 दूसरा  इस प्रकार  2523 डोज दी गई है. 

    गोंदिया तहसील में  जिले में उपरोक्त सभी घटकों का टीकाकरण करने में उत्कृष्ट कार्य हुआ है.  गोंदिया तहसील स्वास्थ्य अधिकारी डा. वेद प्रकाश चौरागड़े के  उत्कृष्ट योजना के परिणामस्वरूप अधिकतम टीकाकरण हुआ है. 

    जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. नितिन कापसे 

    ने बताया कि गर्भवती महिलाओं, बीमार व दिव्यांगों के लिए  कोविड प्रतिबंधक टीका सुरक्षित है. इसलिए बिना किसी डर के नियमित अंतराल पर दोनों टीके लेने का उन्होंने  आव्हान किया. 

    इसी प्रकार जिला माता व बालसंगोपन अधिकारी डा. अनंत चांदेकर ने कहा कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं में रोगों से लड़ने की क्षमता कम होती है, इसलिए गर्भवती महिलाओं को कोरोना काल में विशेष ध्यान रखने की जरूरत है. इसमें कोविड टीकाकरण एक कारगर उपाय है. टीका लगाने के बाद अन्य की तरह ही गर्भवती माताओं को मामूली परिणामों का अनुभव हो सकता है.   इसमें डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.  उन्होंने अफवाहों पर विश्वास किए बिना टीकाकरण का आव्हान किया है.