doctor
File Photo

    Loading

    गोंदिया. जिले में 40 प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र अंतर्गत उपकेंद्रों में 11 महीने के अनुबंध पर स्वास्थ्य सेवक काम कर रहे हैं. ग्रामीण क्षेत्र की जनता को स्वास्थ्य सेवा देते समय शासकीय योजना का प्रभावी क्रियान्वयन इन अनुबंधित अधिकारी व कर्मचारियों को करना पड़ता है  लेकिन  किसी न किसी वजह से सतत उनका  वेतन प्रलंबित रहता है. जिससे उन्हें आर्थिक समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जिला स्वास्थ्य विभाग के विभिन्न पद रिक्त है.

    इन रिक्त पदों की कमी पूर्ण करने सहित सर्वसामान्य को समय पर और अच्छी स्वास्थ्य सेवा मिले इसके लिए अनुबंध पर जिले में 209 समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी नियुक्त किए गए है. उल्लेखनीय है कि यातायात व्यवस्था नहीं होने, अन्य सुविधा की समस्या होने के बावजुद बहुत कम मानधन पर वे  सेवा दे रहे हैं लेकिन अपर्याप्त मानधन भी समय पर नहीं मिलने से उन्हें आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ता है.

    1 महीने का वेतन बकाया

    जिले के समुदाय स्वास्थ्य अधिकारियों का इंसेटिव बकाया था. सतत मांग करने के बाद वह जमा किया गया है. फिलहाल अनुबंधित कर्मचारियों का एक महीने का वेतन बकाया है. उसे समय पर पुर्ण करने की मांग है.

    अनुबंधित 289 डाक्टर व 700 कर्मचारी

    जिले में जो स्थायी पद रिक्त है उस रिक्त जगहों पर लगभग 289 अनुबंधित वैद्यकीय अधिकारी जिले में नियुक्त किए गए है. जिले में 209 समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी भी अनुबंध पर नियुक्त किए गए है. यह समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी उपकेंद्र में सेवा दे रहे है. इसके साथ ही लगभग 700 अनुबंधित कर्मचारी जिप स्वास्थ्य विभाग में कार्यरत है.

    11 महीने का करार नियमित नहीं मिल रहा वेतन

    जिले के अनुबंधित डाक्टरों का 11 महीने का करार किया जाता है  लेकिन उन्हें वेतन नियमित नहीं दिया जा रहा है. गोंदिया जिले के कुछ उपकेंद्रों की जनसंख्या 3 हजार से अधिक है. जहां स्वास्थ्य अधिकारियों को अधिक काम करना पड़ रहा है. इन समुदाय स्वास्थ्य अधिकारियों के साथ 11 महीने का अनुबंध किया गया है.

    इस संबंध में जिप की जिला कार्यक्रम अधिकारी अर्चना वानखेड़े ने बताया कि शासन द्वारा निधि प्राप्त होते ही अनुबंधित कर्मचारियों का वेतन किया जाता है. कभी कभी निधि समय पर प्राप्त नहीं होती है. जिससे वेतन का भुगतान करने में विलंब होता है. इसके अलावा संबंधितों की समस्या का समय समय पर निवारण किया जाता है. अब नियमित वेतन हो रहा है.

    उनमें असंतोष व्याप्त है

    इस संबंध में एक स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि कम वेतन में अनुबंध पर समुदाय स्वास्थ्य अधिकारियों को काम करना पड़ता है. ऐसी स्थिति में यह वैद्यकीय अधिकारी सेवा देते है लेकिन अनेक बार वेतन समय पर नहीं होने से कई समस्या निर्मित हुई है. इसी क्रम में दुसरे चिकित्सक का कहना है कि विभिन्न समस्याओं को मात करते हुए समुदाय स्वास्थ्य अधिकारी ग्रामीण क्षेत्रों में इन समस्याओं को हल करना जरूरी है. वेतन भी हर एक महीने समय पर होना आवश्यक है.