Barti

  • 5 महीने से नहीं मिला मानधन

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सडक़ अर्जुनी. राज्य शासन के सामाजिक न्याय व विशेष सहाय्य विभाग अंतर्गत डा. आंबेडकर संशोधन व प्रशिक्षण स्वायत्त संस्था की ओर से शहर के साथ ही ग्रामीण क्षेत्र के वंचित, शोषित समाज को प्रबोधानात्मक मार्गदर्शन करने वाले राज्य के समता दूतों का पिछले 5 महीने से मानधन बकाया है. राज्य में कुल 374 समता दूत कार्यरत है.

समता दूत के कार्य, अनाज किट का वितरण
बार्टी संस्था द्वारा समता दूत अनुसूचित जाति, वंचित घटकों को सामाजिक, आर्थिक व मानसिक विकास के लिए अमल में लाई जा रही योजनाओं की जानकारी सामान्य लोगों तक पहुंचाते हैं. जरूरतमंद महिलाओं को योजना प्रत्यक्ष लाभ दिलाने जनजागृति अभियान चलाते हैं. एट्रासिटी कानून पर जन जागृति की जाती है. कोरोना संचारबंदी के दौरान इन समता दूतों ने कोरोना संक्रमण के संदर्भ में जनता के बीच जनजागृति कर अनाज किट का वितरण भी किया. इन समता दूतों ने राज्य लोकसेवा आयोग पूर्व तैयारी के लिए ऑनलाइन पंजीयन महत्वपूर्ण कार्य किया. अनुसूचित जातियों में से 59 जातियों का सर्वेक्षण राज्य में कराया गया.

अन्नाभाऊ साठे की जयंती पूरे राज्य में समता दूतों द्वारा ऑनलाइन मनाई गई. सभी कार्य उक्त दूतों ने बिना मानधन के किए है. अब मानधन न मिलने से उन्हें व उनके परिवारवालों पर भूखों मरने की नौबत आ गई. शासन ने जल्द ही उनका मानधन दिलाना चाहिए ऐसी मांग तहसील के समता दूत संदेश उके, राजरत्न मेश्राम, मुनेश रहांगडाले, महेंद्र कटबरिये, साजन वासनिक, मनीष बिजेवार, करुणा मेश्राम, शारदा कडसकर आदि ने की है.