
गोंदिया. जिले में नए कोरोना केसेस निवारण होने के प्रमाण अब कम हो रहे है. उसमें भी वयस्क की अपेक्षा 10 वर्ष से कम आयु वाले बालकों में एन्फल्यूएन्झा लाईफ सिन्ड्रोल (आईएलआई) व सारी सिवीअर एक्यूट रिसपॅरटेरी इन्फेक्शन जैसी बीमारी कम हो गई है. फ्लू ओपीडी में श्वास संबंधी बीमारी लेकर आने वाले बालकों की संख्या दिन ब दिन कम हो रही है. पिछले कुछ दिनों से 10 वर्ष से निचे वाले बालकों की कोविड 19 जांच पॉजिटिव आने का प्रमाण कम हो गया है.
शासकीय मेडिकल कॉलेज अंतर्गत बी.जी.डब्ल्यु. शासकीय महिला अस्पताल के बालरोग विभाग के माध्यम से डा.तिवारी व डा.जुनेजा के नेतृत्व मे पेडिएट्रीक बाल मरीज ओपीडी चलाई जा रही है. इस विभाग में स्पेशल फ्लू ओपीडी कक्ष निर्माण किया गया है. पिछले कुछ दिनों से छोटे बालकों में कोविड पॉजिटिव के प्रमाण नगण्य होना यह अच्छी बात है.
महाराष्ट्र राज्य में 18 सितंबर को 0 से 10 आयु गट वाले बच्चों में कोरोना के प्रमाण 3.74 प्रश. थे. इसके बाद सभी आयु वर्ग वाले मरीज बढ़ गए. 19 दिसंबर को कुल प्रभावितों में 10 वर्ष तक वाले बच्चों के प्रमाण घट कर 3.48 प्रश हो गया है. गोंदिया में भी सितंबर माह में कोरोना का विस्फोट हुआ था. लेकिन कुल प्रभावितों की तुलना में छोटे बच्चों के प्रभावित होने के प्रमाण बहुत कम थे.