नागरा धाम में लगा भक्तों का मेला

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गोंदिया. हिंदू धर्म में सावन मास में भोलेनाथ की आराधना का विशेष महत्व है. इस वर्ष 4 जुलाई से सावन मास का शुभारंभ हुआ है और अधिक मास के कारण यह दो महीने का होगा. 10 जुलाई को सावन मास के पहले सोमवार पर नागराधाम सहित शिवालयों में भक्तों का मेला लगा रहा. भक्तों ने शिवालयों में पहुंचकर भगवान शिव को जलाभिषेक, दुग्धाभिषेक के साथ बेलपत्र अर्पित कर विधिविधान से पूजा-अर्चना की.

भारतीय हिंदू त्यौहारों, उत्सवों, देवी-देवताओं के पर्व बारहों माह आते हैं. जिनमें कुछ माह महत्वपूर्ण होते है. इसी क्रम में श्रावण माह का शिव आराधना के लिए अपना अलग ही महत्व है. इस माह में भोलेनाथ की आराधना श्रद्धापूर्वक की जाती है. शहर से 5 किमी. उत्तर दिशा की ओर ग्राम नागरा में विशाल प्राचीन शिव मंदिर जो वर्तमान में भक्तों के लिए श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है.

इस मंदिर में श्रावण माह व शिवरात्रि पर भक्तों की भारी भीड़ रहती है. कहते है कि 1985 में एक आम का वृक्ष गिरने से यहां लगभग 8-9 लंबाई व 7 फीट गोलाई वाला पाषाण शिवलिंग मिला. वर्तमान समय में शिवलिंग की चमक दिखाई पड़ती है. उसी प्रकार यहां शिवलेख भी पाया गया. ग्राम नागरा के शिवालय में प्रतिवर्ष श्रावण माह व महाशिवरात्रि में शिवभक्तों की भारी भीड़ रहती है.

यहां जाने के लिए सीमेंट रोड का निर्माण किया गया है. 10 जुलाई को नागरा के शिव मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा. शिव भक्तों ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना की. वहीं शहर के गणेशनगर स्थित बालाजी धाम परिसर में स्थापित 12 ज्योर्तिलिंग के दर्शन के लिए भी श्रद्धालुओं की भारी भीड़ नजर आई.