Bribe, Maharashtra
महाराष्ट्र में रिश्वत

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    गोंदिया. जिले की देवरी पंस में गट विकास अधिकारी पद पर कार्यरत चंद्रमणी लक्ष्मणराव मोडक (57) को एसीबी की टीम ने 65 हजार रु. की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. यह कार्रवाई 2 मार्च को कथित अधिकारी के पंस के कक्ष में की गई. बताया जा रहा है कि शिकायतकर्ता सहकारी संस्था द्वारा देवरी तहसील में ग्रापं के विभिन्न शासकीय योजना अंतर्गत शुरू काम के लिए ग्रापं से टेंडर होने के बाद विभिन्न सामग्री पूर्ति के काम करता है.

    पंस द्वारा बिल मंजूर होने के बाद संस्था को मिलते है. रोगायो अंतर्गत सन 2017 इस आर्थिक वर्ष में ग्राम भागी व पिंडकेपार में मार्गो का निर्माण व गिट्टीकरण का काम मंजूर हुआ था. इन कामों के लिए टेंडर मिलने के बाद शिकायतकर्ता ने दोनों ग्रापं को 38 लाख रु. की सामग्री की पूर्ति की थी. इन सामग्रियों के बिल निकालते समय इसके पूर्व शिकायतकर्ता से 30 हजार रु. लिए गए व शेष 60 हजार रु. व 15वें वित्त आयोग अंतर्गत ग्रापं भागी, सिरपुर के लिए मंजूर हुए 10 लाख रु. के काम पर हस्ताक्षर कर इस्टीमेट देने के बदले पूर्व में 10 हजार रु. लिए व शेष 10 हजार इस तरह कुल 70 हजार रु. रिश्वत की मांग की गई.

    शिकायतकर्ता की पुन: पैसे देने की ईच्छा नहीं होने से उसने एसीबी को जानकारी दी. इसके आधार पर एसीबी टीम ने सुनियोजित तरीके से जाल बिछाकर गट विकास अधिकारी चंद्रमणी मोडक को शिकायतकर्ता से 65 हजार रु. की रिश्वत लेते हुए दबोच लिया. इस प्रकरण की शिकायत पर देवरी पुलिस ने भ्रष्टाचार प्रतिबंधक कानून के तहत मामला दर्ज किया है.

    यह कार्रवाई एसीबी के पुलिस उपअधीक्षक पुरूषोत्तम अहेरकर के नेतृत्व में सहायक फौजदार खोब्रागडे, पुलिस हेड कांस्टेबल राजेश शेंद्रे, राजेंद्र बिसेन, मंगेश कहालकर, संतोष बोपचे, संतोष शेंडे, संगीता पटले व दीपक वाटबर्वे आदि ने की है.