स्वयं पर भरोसा रखें, तुम्हारा जीवन प्रकाशमान होगा- प्रधानमंत्री मोदी

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    • कोरोना से अनाथ होने वाले बालकों को 15 लाख रु. का पैकेज वितरण
    • जिले में दोनों पालक खोने वाले 11 

    गोंदिया. कोरोना की महामारी से विश्व के हर एक देश पर संकट आया है. इस संकट के काल में केंद्र सरकार देशवासियों के साथ खड़ी रही. इसके बावजुद कुछ बालकों ने अपने माता पिता को खो दिया. ऐसे सभी बालकों के साथ देश की संवेदना है. तुम्हारे सपने पूर्ण करने के लिए देश आपके साथ है. स्वयं पर भरोसा रखें तुम्हारा जीवन प्रकाशमान होगा. ऐसा भरोसा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दिया.

    कोरोना महामारी में जिनके माता पिता की मृत्यु हो गई ऐसे अनाथ बालकों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को एक विशेष कार्यक्रम में ऑनलाईन संवाद साधा. गोंदिया जिले में दोनों पालक खो देने वाले बालकों की संख्या 11 है.  जिलाधीश कार्यालय में हुए कार्यक्रम में इन बालकों को 15 लाख रु.के पैकेज हस्तांतरित किए गए है.

    इस अवसर पर जिलाधीश नयना गुंडे, जिला सूचना अधिकारी रवि गिते, सहायक प्रकल्प अधिकारी समा मिश्रा, बाल न्याय मंडल की सदस्य एड.मेघना भगने, जिला बाल संरक्षण अधिकारी गजानन गोबाडे, रेखा बघेले, मुकेश पटले व रविंद्र टेंभुर्णे आदि उपस्थित थे. केंद्र व राज्य के महिला व बाल कल्याण विभाग के माध्यम से यह कार्यक्रम आयोजित किया गया.  गुंडे ने प्रत्यक्ष उपस्थित बालकों को इस संदर्भ में दस्तावेज प्रदान किए है. इसमें पीएम केयर ऑफ चिल्ड्रन फंड योजना में 10 लाख रु. व 5 लाख रु. कीमत के हेल्थ कार्ड का समावेश है.

    महाराष्ट्र शासन ने इन बालकों के नाम पूर्व ही 5 लाख रु. फिक्स डिपाजिट प्रमाणपत्र का वितरण किया है. इस कार्यक्रम की शुरुआत केंद्रीय महिला व बाल कल्याण मंत्री स्मृती ईरानी ने नई दिल्ली से उपस्थितों के लिए कार्यक्रम के लिए प्रस्तावना रखी. इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बालकों से संवाद साधा. अच्छी किताबों से मैत्री करें, फिट इंडिया अभियान में शामिल हो, योग को जीवन का अंग बनाओ ऐसी सलाह बालकों को दी.

    अनाथ बालकों के लिए प्रयोजकता योजना की निधि 2 हजार रु. प्रति महीना थी. वह अब 4 हजार रु. करने की घोषणा प्रधानमंत्री ने इस कार्यक्रम में की है. कोरोना महामारी से माता पिता खो देने वाले बालकों को पीएम केयर फॉर चिल्ड्रेन फंड निधि से 10 लाख रु. की आर्थिक मदद की है. इन बालकों को आयु के 23 वें वर्ष तक मासिक स्टायफंड देने की व्यवस्था की गई है.

    इसके अलावा आयुष्मान भारत योजनो से बच्चों को 5 लाख रु. का स्वास्थ्य बीमा दिया जाएगा. इसका प्रीमियम भी पीएम केयर फंड से भरा जाएगा. उल्लेखनीय है कि गोंदिया जिले में कोरोना से मृत्यु होने वालों की संख्या 588 है. मृत्यु होने वालों में 303 बालकों की माता या पिता अब नहीं रह गए है. जबकि 11 बालकों के माता पिता दोनों की मृत्यु हो गई है.

    केंद्र सरकार के साथ राज्य शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ उन्हें मिले इसके लिए विशेष उपक्रम क्रियान्वित किया जा रहा है. इन बालकों को भविष्य में सम्मान और अवसर देने के लिए सरकार दृढ़ संकल्प होने की घोषणा प्रधानमंत्री ने की थी. इसके अनुसार इन बालकों के शिक्षण, स्वास्थ्य, निवास की व्यवस्था शासन करेगा. इस संदर्भ में सभी दस्तावेज बच्चों को वितरित किए गए है. इसके अलावा गुंडे ने हस्ताक्षरयुक्त स्नेह प्रमाणपत्र वितरित किया. गुंडे के मार्गदर्शन में महिला व बालकल्याण अधिकारी तथा जिला बाल संरक्षण कक्ष के अधिकारी कर्मचारियों की टीम ने स्थानीय स्तर पर कार्यक्रम आमंत्रित किया.

    संकट काल में बच्चों को आधार मिला – गुंडे

    इस संकट काल में आप अकेले न होकर केंद्र व राज्य सरकार आपके साथ है. शासन की विभिन्न योजनाओं का लाभ आपको प्राथमिकता के साथ दिया जाएगा. केवल आप अपने करियर पर लक्ष्य केंद्रीत करें. आपके सपने पूर्ण करने के लिए प्रशासन हर संभव सभी मदद करेगा. राज्य व केंद्र सरकार ने दी मदद निधि का विनियोग अपनी प्रगति व विकास के लिए करें हम आपके साथ हमेशा है. ऐसा प्रतिपादन  गुंडे ने किया.

    आज लाभार्थी परिसंवाद कार्यक्रम

    नई दिल्ली से पीएम व मुंबई से सीएम संबोधित करेंगे

    भारत की स्वतंत्रता को 75 वर्ष पूर्ण हो रहे हैं जिससे केंद्र व राज्य शासन द्वारा देश भर में आजादी का अमृत महोत्सव अंतर्गत विभिन्न उपक्रम क्रियान्वित किए जा रहे है. इसी श्रृंखला में 31 मई को सुबह 9.30 बजे लाभार्थियों के साथ परिसंवाद कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसे मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे व सुबह 11 से दोप. 12 बजे तक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ऑनलाईन संबोधित करेंगे.इसके लिए पंस सभागृह गोंदिया में जिला प्रशासन ने लाभार्थियों व जनप्रतिनिधियों को आमंत्रित किया है. इस अवसर पर जिप सीईओ अनिल पाटिल व जिलाधीश नयना गुंडे उपस्थित रहेंगे.