जिले में अतिवृष्टि ने कहर बरपाया, सभी ओर पानी ही पानी का नजारा

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    गोंदिया. जिले में अतिवृष्टि होने से सैकड़ों गांव जलमग्न हो गए है. जिसके कारण गांवों का तहसील मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. बारिश के कारण शहर की स्कूलों को छुट्टी दे दी गई. इसके अलावा तिरोड़ा मार्ग भी बंद हो गया है. मुसलाधार बारिश होने से नदी नाले भरकर बह रहे है. स्कूलों में भी बड़े पैमाने पर पानी घुस गया है. जिला प्रशासन ने स्कूलों को छुट्टी घोषित कर दी है.

    जिले के प्रमुख जलाशयों के गेट खोल दिए गए हैं. जिला मुख्यालय में भी निचले क्षेत्र वाली बस्तियों में जलजमाव की स्थिति निर्मित हो गई हैं. बारिश ने संपूर्ण जिले में कहर बरपा दिया है. जिले में 10 अगस्त की रात से सतत बारिश हो रही है. इसमें भी अतिवृष्टि होने से चारों ओर पानी ही पानी दिखाई दे रहा है. मौसम विभाग ने 5 दिन का 12 अगस्त तक रेड अलर्ट घोषित किया था. आखिर मौसम विभाग का अनुमान सही साबित हो गया.

    बारिश अधिक होने से शहर के परमात्मा एक नगर, छत्रपती कालोनी, रिंग रोड, मरारटोली, संजय नगर, रामदेव कालोनी, गौरीनगर, गौतम नगर, गड्ढाटोली, लक्ष्मीनगर आदि क्षेत्र में बड़े पैमाने पर पानी जमा हो गया है. गोविंदपुर क्षेत्र में नप की शाला में पानी घुस गया. पानी अधिक होने से स्कूल के कमरों में घुटनों तक पानी भर गया. जिले में जैसे तैसे किसानों ने रोपाई का कार्य पूर्ण किया है लेकिन तीसरी बार अत्याधिक बारिश होने से खेतों में पानी जमा हो गया है. जिससे खेतों में फसलों को नुकसान हुआ है. इस बारिश को ध्यान में रखकर जिला प्रशासन का आपत्ती व्यवस्थापन विभाग मुश्तैद हो गया है.

    133.4 मिमी बारिश

    पूरे जिले में अतिवृष्टि हुई है. जिला प्रशासन ने 133.4 मिमी.बारिश दर्ज की है. इसमें गोंदिया तहसील अंतर्गत 107 मिमी., आमगांव 91.7, तिरोड़ा 222.9, गोरेगांव 178.2, सालेकसा 99.6, सड़क अर्जुनी 189.1, देवरी 134.3 व अर्जुनी मोरगांव तहसील में 67.2 मिमी. बारिश का समावेश है. इसमें तिरोड़ा तहसील में सबसे अधिक 222.9 मिमी. बारिश हुई है. जून व जुलाई माह में 1003.7 मिमी. बारिश हुई है. जिसका प्रश. 135.4 है.

    11 लोगों को रेस्क्यु किया गया

    जिले की तिरोड़ा तहसील अंतर्गत लोधीटोला में 11 लोगों को रेस्क्यु कर बड़ी कुशलता के साथ सही सलामत बाहर निकाला गया है. इसमें बलीराम ज्ञानीराम मोहारे, कमलबाई बलीराम मोहारे, सुशील बलीराम मोहारे, दिपाली सुशील मोहारे, अमन सुशील मोहारे, अनन्या सुशील मोहारे, ज्ञानीराम ढोमन दुधबुरे, ज्ञानेश्वरी ज्ञानीराम दुधबुरे, आयुषी ज्ञानीराम दुधबुरे, मानसी ज्ञानीराम दुधबुरे व ढोम गंधल दुधबुरे का समावेश है.

    जिले के 40 मार्ग बंद

    जिले में हुए अतिवृष्टि का असर आवागमन पर पड़ा है. जिससे जिले के 40 से अधिक मार्ग बंद है. इसमें गोंदिया तिरोड़ा मार्ग बंद होने के साथ ही धादरी से उमरी, चुरडी से गराडा, सालेबर्डी से सोनुली, सरांडी से मुंडीकोटा, गराडा से मेंढा, पोटगांव से विहीरगांव मार्ग पुर्णत: बंद है. आमगांव तहसील में 11 मार्ग बंद है. इसमें घाटटेमनी, डुडवा कांदरी मध्यप्रदेश मार्ग बंद है. पदमपुर-सावंगी, ढिवरटोला-साकरीटोला, चिचटोला-झालिया, ठाना-मानेगांव, बोथली-लकडकोट, भोसा-करंजी, सुपलीपार-मोहगांव, गोंदिया-आमगांव, आसोली-साकरीटोला व कालीमाटी से सुपलीपार मार्ग बंद है.

    गोरेगांव में 10 मार्ग बंद

    गोरेगांव में 10 मार्ग बंद है. इसमें मुंडीपार-कमरगांव, मोहाडी-कुरहाडी, गोरेगांव-कुरहाडी, गोरेगांव-झांजिया, बोटे-म्हसगांव, हिरडामाली-मोहगांव, सोनेगांव-बोरगांव, कवलेवाडा-गोंदिया, बोरगांव-कुरहाडी, हिरापुर से कुरहाडी बंद है.

    सड़क अर्जुनी में 4 रास्ते बंद

    खाडीपार-पाटेकुर्रा, घटेगांव-गिरोला, चाकोरी-कोहडी से घाटबोरी-तेली, सिंदीपार-घोगरघाट व कोसमतोंडी मार्ग बंद है. अर्जुनी मोरगांव तहसील में बारिश कम हुई है. इस क्षेत्र के सायगांव से इडदा मार्ग बंद है. इसी तरह सालेकसा में 5 मार्गो से आवागमन बंद है. जिसमें लटोरी से नवेगांव, सालेकसा-देवरी, तिरखेडी-साखरीटोला, चांदसुरज-दर्रेकसा, नानव्हा-घोसी यह मार्ग बंद कर दिए गए है. जबकि देवरी में 3 मार्ग बंद है. जिसमें वडेकसा-ककोडी, डवकी-सिलापुर, सिलापुर से फुक्कीमेटा का समावेश है.

    जिले की सभी शालाओं को छुट्टी

    जिले में रात भर बारिश हुई. जिससे 10 अगस्त को भी अत्याधिक बारिश का दौर शुरू था. जिससे जिप प्राथमिक विभाग के शिक्षाधिकारी डा.महेंद्र गजभिये ने जिले की सभी स्कूलों की छुट्टी घोषित कर दी है. इस मेसेज को सोशल मीडिया पर डाल दिया गया. जिससे यह जानकारी पालकों तक सुबह ही पहुंच गई. विवेक मंदिर स्कूल में  सुबह 8 बजे विद्यार्थी पहुंच गए थे  लेकिन उन्हें वापस भेज दिया गया.

    जलाशयों के खोले गए दरवाजे

    जिले में मुसलाधार बारिश होने के साथ ही रेड अलर्ट घोषित किया गया था. बारिश के चलते जलाशय, नदी व  नाले भर कर बह रहे है. जिससे जिले के प्रमुख सभी जलाशयों के गेट खोल दिए गए है. इसमें सालेकसा स्थित कालीसराड जलाशय के 3 गेट एक फीट तक खोले गए है. जिससे 2 हजार 700 क्युसेक पानी प्रवाहित किया जा रहा है. 

     पूजारीटोला जलाशय के 8 गेट 2 फीट व 5 गेट 1 फीट की उंचाई तक खोल दिए गए है. जिससे 16 हजार क्यूसेक पानी सतत बह रहा है. संजय सरोवर के 2 गेट 4 फीट व 2 मीटर आधे मीटर तक खोले गए है. जिससे 20 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. इसी तरह बावनथडी जलाशय से 4 गेट खोले गए है. जिससे 14 हजार 600 क्यूसेक पानी प्रवाहित किया जा रहा है.

    अंडरग्राउंड मार्ग बंद

    जिले में लगातार बारिश होने से रेलवे का अंडरग्राउंड मार्ग बंद हो गया.  इस मार्ग पर घुटने तक पानी भर गया है. इस क्षेत्र के पूर्व पार्षद लोकेश यादव स्वयं अपने कार्यकर्ताओं के साथ मार्ग पर पानी अधिक होने से वाहन चालकों को वापस लौटा रहे थे. इस अंडरग्राउंड मार्ग से लगकर सरकारी तालाब है. जिसका ओवर फ्लो इसी मार्ग पर है. जिससे बारिश अधिक होने पर यह मार्ग बंद हो जाता है.

    रामदेव कालोनी में पानी ही पानी

    जिलाधीश कार्यालय  परिसर में अत्याधुनिक विशाल रूप से निर्मित रामदेव कालोनी में बड़े पैमाने पर पानी जमा हो गया है. जिससे संपूर्ण कालोनी का परिसर जलमग्न दिखाई दे रहा है. इस कालोनी में इतना अधिक पानी था कि लोगों के ओटे व कार के चक्के पानी में डूब गए है. इसी परिसर में पांगोली नदी में बाढ़ आ गई है. जिससे सैकड़ों लोग दिन भर बारिश में बाढ़ का नजारा देखने के लिए पहुंच गए है.

    नागरिक  सतर्कता बरतें :जिला प्रशासन ने किया आहृवान

    जिले में सतत हो रही अतिवृष्टि से अनेक क्षेत्रों में पानी जमा हो गया है. जिले के कुछ प्रमुख मार्ग बंद है. जलाशय परिसर में भी सतत बारिश हो रही है. जिससे नागरिकों को सतर्कता का संकेत दिया गया है. नागरिकों ने महत्वपूर्ण काम के बिना घर के बाहर न निकले इसी तरह नदी नालों से पानी बहने पर पुल आदि पार न करें. ऐसा आहृवान जिला प्रशासन ने किया है. मौसम विभाग ने अगले कुछ घंटे बारिश का जोर कायम रहने का अनुमान व्यक्त किया है. जिले की सभी तहसील में अतिवृष्टि हुई है. इस स्थिति को देखकर सतर्कता बरतना आवश्यक है. किसी भी आपत्ती के लिए तहसील व जिला नियंत्रण कक्ष से संपर्क किया जा सकता है.