File Photo
File Photo

    Loading

    • मामला उजागर होते देख संचालकों द्वारा ग्रेडर से धक्का-बुक्की 

    सालेकसा. तहसील के तहत त्रिवेण कृषि उपज संस्था के नियंत्रण में चल रहे घोंसी स्थित धान खरीदी केंद्र में लाखों की हेराफेरी कर मामले को दबाने और मामला उजागर होता देख ग्रेडर तमिल टेंभरे से संचालकों द्वारा धक्का-बुक्की किए जाने से सारे मामले की उच्चस्तरीय जांच की मांग हाल ही में सालेकसा स्थित ग्लोब कंप्यूटर सभागृह में आयोजित एक चर्चा में ग्रेडर तमिल टेंभरे ने की. 

    तमिल टेंभरे ने बताया कि घोंसी स्थिति त्रिवेण कृषि उपज संस्था पंजीयन क्रमांक 1091 को विगत वर्ष से ही धान खरीदी केंद्र की अनुमति जिला मार्केटिंग फेडरेशन की ओर से प्रदान की गई है और इसी केंद्र में उनकी ग्रेडर के रूप में बतौर नियुक्ति भी की गई लेकिन संस्था अध्यक्ष तथा संस्था के व्यवस्थापक ने अपनी राजनीतिक पहुंच के चलते अपनी मनमानी शुरू कर दी.

    जब इस मनमानी पर अंकुश लगाने का मैंने प्रयास किया तो मुझे धक्का-बुक्की देकर धान खरीदी केंद्र से निकाल दिया गया. आज वह आरोप मुझ पर लगा रहे हैं. टेंभरे ने आगे बताया कि संस्था अध्यक्ष और व्यवस्थापक ने वरिष्ठ अधिकारियों से मिलीभगत कर लाखों की हेराफेरी की है. जिसमें अनेक मृत कृषकों के नाम पर धान खरीदी कर उसका भुगतान भी कर दिया गया है.

    आखिर यह सब कैसे हुआ ? इसकी उच्चस्तरीय जांच होनी चाहिए और मेरे साथ जो गलत हुआ इसका मुझे न्याय मिलना चाहिए. इस संबंध की जानकारी मैंने जिला मार्केटिंग अधिकारी को दे दी है. चर्चा के दौरान टेंभरे ने शासन से गुहार लगायी है. 

    धान खरीदी में घोटाले के मामले में हमेशा चर्चा में रहा जिला मार्केटिंग फेडरेशन विभाग के सालेकसा तहसील में आज-कल गड़बड़ीया निर्माण होने से तहसील के धान खरीदी केंद्रों पर एक बार और उंगलियां उठने लगी है.

    छायाचित्र-   tamil tembhare

    0 बाजीराव तरोने 

    000