
सालेकसा. वर्तमान में अपने आसपास देख रहे हैं कि स्कूली बच्चों मे मोबाइल पर फ्री फायर व पबजी जैसे खेल खलने की एक आदत और नशा बन चुका है. पढ़ाई करने के बजाय अपना पूरा समय मोबाइल गेम खेलने में खराब कर रहे हैं.
मोबाइल की लत दिन-प्रतिदिन स्कूली बच्चों के जीवन को अपना शिकार बना रही है. आज के समय के बच्चे मोबाइल का शिकार होते जा रहे हैं. टेक्नोलॉजी के जमाने का सबसे बड़ा दुष्प्रभाव स्कूली बच्चों पर मोबाइल की लत के रूप में पड़ रहा है. बच्चों को मोबाइल का नशा हो गया है.
इस दुष्प्रभाव से स्कूली बच्चों को दूर करने के लिए पंचायत समिति सालेकसा अंतर्गत आने वाले ग्राम नानव्हा के सरपंच गौरीशंकर बिसेन ने एक अनोखी पहल की है. अब गांव में कोई भी बच्चा मोबाइल गेम खेलते दिखा तो उसका मोबाइल जप्त किया जाएगा. इसके लिए गांव के ही युवाओं की एक समिति तैयार की जाएगी जो ऐसे बच्चों पर निगरानी रखेगी. यह प्रस्ताव ग्रामसभा में लिया गया व सर्व सहमति से पारित किया गया.