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गोंदिया. सरकार खरीफ और रबी सीजन के दौरान जिला पणन संघ और आदिवासी विकास निगम से गारंटी मूल्य के साथ धान खरीदती है. रबी सीजन में धान खरीदी की समय सीमा 30 जून को समाप्त हो गई है और कुल पंजीकृत 71 हजार 694 किसानों में से 33 हजार 887 किसानों ने 14 लाख 16 हजार 641 क्विंटल धान सरकारी धान खरीदी केंद्र में बेचा है. आधे से अधिक पंजीकृत किसान अब भी धान बेचने से वंचित हैं.

सरकार ने पिछले साल से सरकारी धान खरीद केंद्र पर धान की बिक्री के लिए ऑनलाइन पंजीकरण अनिवार्य कर दिया है. रबी सीजन की उपज बेचने के लिए जिले के कुल 71 हजार 694 किसानों ने ऑनलाइन पंजीयन कराया था. इनमें से 33 हजार 887 किसानों ने अब तक 14 लाख 641 क्विंटल धान जिला पणन संघ के विभिन्न केंद्रों पर बेचा है. करीब 37 हजार से अधिक पंजीकृत किसान अब भी धान बेचने से वंचित हैं. रबी सीजन में धान की खरीदी 30 जून तक की जाती है. लेकिन समय सीमा समाप्त हो जाने और सरकार द्वारा रबी में धान खरीदी की समय सीमा नहीं बढ़ाए जाने से संभावना है कि ये 37 हजार से अधिक किसान धान बेचने से वंचित रह जाएंगे.

115 करोड़ बकाया 

किसानों ने अब तक जिला पणन संघ को 14 लाख 16 हजार 641 क्विंटल धान बेचा है. मार्केटिंग फेडरेशन के सूत्रों ने बताया कि इसमें से 115 करोड़ रु. किसानों का बकाया है. इसे कुछ दिनों के भीतर किसानों के खाते में जमा कर दिया जाएगा.

समय सीमा की कोई मांग नहीं 

जिले के किसान इस समय खरीफ सीजन के काम में लगे हुए हैं. पंजीकृत किसानों की ओर से भी धान खरीद की अवधि बढ़ाने की मांग नहीं की गई है.