
गोंदिया. हवाई अड्डे के विस्तार के लिए बिरसी के 106 परिवारों को अन्यत्र बसाया गया. लेकिन जिन स्थानों पर पुनर्वास किया गया है वहां सड़क, पानी और बिजली जैसे बुनियादी सुविधाओं की कमी है. जिससे गांव के नागरिकों ने एक बार फिर बड़े आंदोलन का आह्वान किया है. इसके लिए ग्राम पंचायत ने ज्ञापन भी दिया है. बिरसी (कामठा) स्थित हवाई अड्डे का नवीनीकरण किया गया. हवाई अड्डे का विस्तार किया गया. इसके लिए बिरसी गांव के 106 परिवारों का पुनर्वास किया गया. लेकिन पुनर्वास के दौरान सुविधाएं मुहैया नहीं कराई गई.
पुनर्वासित ग्रामीणों व बिरसी ग्राम पंचायत द्वारा सरकार व एयरपोर्ट प्रशासन से कई बार मांग की गई थी. लेकिन इसे पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया गया. बहरहाल अब ग्राम पंचायत ने लड़ाई लड़ने की तैयारी कर ली है. अविलंब मुलभूत सुविधाएं उपलब्ध कराई जाए, अन्यथा जिलाधीश कार्यालय, उपविभागीय अधिकारी कार्यालय व हवाई अड्डा के समक्ष धरना देने की चेतावनी दी है. इस संबंध में सांसद सुनील मेंढे, विधायक विनोद अग्रवाल, जिलाधीश, उपविभागीय अधिकारी और एयरपोर्ट प्रशासन को भी ज्ञापन सौंपा गया है.
मांगों की ओर अनदेखी
पुनर्वासित क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं के लिए कई बार ज्ञापन सौंपे गए. लेकिन सरकार और एयरपोर्ट प्रशासन द्वारा इस ओर ध्यान नहीं दिया जा रहा है. सरपंच उमेशसिंह पंडेले ने कहा कि अब हमें आंदोलन तक करना पड़ रहा है.
आत्मदाह, चुनाव पर बहिष्कार का इरादा
अगर हमारी मांगें नहीं मानी गईं तो हम 11 सितंबर से आंदोलन तेज करेंगे और बिरसी एयरपोर्ट से किसी भी प्रशिक्षण विमान को उड़ान नहीं भरने देंगे. साथ ही समय आने पर धरना प्रदर्शन, अर्धनग्न प्रदर्शन, आमरण अनशन, एयरपोर्ट प्रवेश द्वार के सामने चक्काजाम प्रदर्शन और सामूहिक आत्मदाह भी किया जाएगा. अगर इसके बावजूद हमारी मांगें पूरी नहीं हुईं तो समस्त ग्रामवासी आगामी लोकसभा और विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करने का इरादा हैं.
संतोष सोनवाने (उपसरपंच)