Scam
प्रतीकात्मक तस्वीर

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    गोंदिया. गोरेगांव स्थित नेहरू सहकारी राईस मिल धान खरीदी घोटाले में बंदी भाजपा नेता व मुख्य आरोपी रेखलाल टेंभरे को पुलिस ने 25 जून को जिला अपर व सत्र न्यायालय में 4थे न्यायालय की न्यायधीश घाडगे के समक्ष पेश किया जहां उसे 9 जुलाई तक न्यायिक हिरासत में भंडारा जेल भेज दिया गया है. उसकी ओर से एड.निजाम शेख व एड.विवेक बारापात्रे ने पैरवी की. इसके पूर्व टेंभरे को सतत 3 बार पुलिस हिरासत दी गई थी.

    नेहरू सहकारी राईस सिटी में बड़ा धान खरीदी घोटाला सामने आया है. लेखा परीक्षक ने 3 करोड़ 77 लाख रु. की हेराफेरी का पर्दाफास किया है. जिससे संचालक मंडल, ग्रेडर व व्यवस्थापक सहित कुल 24 लोगों के खिलाफ गोरेगांव पुलिस ने मामला दर्ज किया है. इस प्रकरण में पुलिस ने मुख्य सूत्रधार आरोपी  टेंभरे को गिरफ्तार किया है. जबकि बाकी आरोपी फरार बताए जा रहे हैं. टेंभरे को पुलिस ने 13 जून को हिरासत में लिया है.

    3 आरोपियों की अग्रीम जमानत पर 27 को निर्णय

    धान खरीदी घोटाले में संचालक मंडल सहित कुल 24 आरोपियों का समावेश है. इसमें संचालक मंडल में महिला नलिनी सोनवाने व अर्चना ठाकुर का भी समावेश है.  टेंभरे को गिरफ्तार करने के बाद इस प्रकरण के सभी आरोपी भूमिगत हो गए है. इसी में उक्त दो महिला आरोपी ने पुलिस गिरफ्तारी से बचने के लिए जिला अपर व सत्र न्यायालय के न्यायधीश खोसे के समक्ष अर्जी दाखिल की है. जिसकी सुनवाई 27 जून को होगी. इसी तरह आरोपी संजय बावनकर को न्यायालय से अंतरिम जमानत मिली है. इस पर भी उसी दिन सुनवाई होगी.  

    आरोपियों की संख्या और बढ़ेगी

    नेहरू सहकारी  राईस मिल संस्था का घोटाला सामने आने के बाद पुलिस जांच कार्य में जुट गई है. इसमें अनेक किसानों के सात बारा पर लाखों रु.की धान खरीदी की गई. लेकिन उसकी रकम उनके खातों से निकाल ली गई. इसमें 100 से अधिक किसानों का मामला सामने आया है. इसी तरह अनेक किसान अनभिज्ञ है. इन किसानों को भ्रमित कर घोटाले में शामिल होने वाले अनेक घोटालेबाज है. जिससे इस प्रकरण में और आरोपियों की संख्या बढ़ने की संभावना है.