गोंदिया. जिले की देवरी तहसील अंतर्गत जंगल से घिरे क्षेत्र वाले बटुकचुआ परिसर में नक्सल सामग्री होने की जानकारी मिलने पर सालेकसा पुलिस ने खोजी अभियान शुरू किया. जिसमें अच्छी सफलता मिल गई. इस परिसर से पुलिस ने बंदूक और अन्य सामग्री जब्त की. इस घटना के बाद पुलिस ने खोजी अभियान तेजी से शुरू कर दिया है.
उल्लेखनीय है कि गोंदिया जिले की देवरी, सालेकसा और अर्जुनी मोरगांव तहसील के कुछ क्षेत्र में नक्सलियों की गतिविधियां शुरू है. इस क्षेत्र को नक्सलियों का रेस्ट जोन के रूप में पहचाना जाता है. इसी क्षेत्र में छुपकर नक्सली घातक कार्रवाईयों को अंजाम भी देते है. उसके चलते पुलिस की गश्त सतत शुरू रहती है.
पुलिस के दबाव से कुछ वर्षो में नक्सली कारगुजारियां भी कम हुई हैं. इसी बीच सालेकसा से 30 किमी. दूरी पर देवरी तहसील अंतर्गत बटुकचुआ जंगल परिसर में नक्सलियों द्वारा घातक सामग्री छुपाई जाने की सुचना पुलिस को मिली. इसके आधार पर बिना समय गवाएं खोजी अभियान शुरू किया गया.
इसमें 9 मिमी की कार्बइन मशीन (मॅगजीन सहित), 9 मिमी. की एक खाली केस जिसमें एक बुलेट और लकड़ी की बंदूक का पीछे का हिस्सा पुलिस के हाथ लगा. पुलिस ने मौके से इन हथियारों को जब्त किया है. ऐसी प्रबल संभावना व्यक्त की जा रही है कि पुलिस के खिलाफ घातक कार्रवाई करने के लिए नक्सलियों ने यह सामग्री छुपाकर रखी होंगी.
इस प्रकरण में फिर्यादी पुलिस अधिकारी की शिकायत पर सालेकसा पुलिस स्टेशन में गढ़चिरोली जिले के भामरागढ़ क्षेत्र में सक्रिय डीवीसी नक्सल कमांडर देवचंद उर्फ नरेश उर्फ चंदू तथा गढ़चिरोली नक्सल डिविजन के रानो उर्फ रामे नरोटे व उनके अन्य 6 नक्सल साथियों के खिलाफ भारतीय हथियार कानून की धारा 3, 25 तथा 18, 20 व 23 के तहत मामला दर्ज किया गया है. जांच उपविभागीय पुलिस अधिकारी जालिंदर नालकुल कर रहे हैं.
बड़ी घटना को अंजाम देने का षडय़ंत्र विफल
जिले से लगे मध्यप्रदेश के लांजी परिसर में पिछले दो माह से नक्सली सक्रिय हो गए थे लेकिन मध्य प्रदेश की पुलिस ने फौजफाटा लगाकर नक्सलियों को वहां से खदेड़ दिया है. पुलिस और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में नक्सली घायल भी हुए थे. इसी तरह नक्सलियों को घातक हथियार और सामग्री की पूर्ति करने वालों को गिरफ्तार भी किया गया था.
जिसमें गोंदिया जिले के 5 आरोपियों का समावेश था. इसी तर्ज पर जिला नक्सल गतिविधि विरोधी अभियान दल सक्रिय हो गया है. पुलिस की नियमित गश्त बढऩे से नक्सलियों ने जिले से पलायन किया है. लेकिन उनकी सामग्री जब्त होने से नक्सलियों की बड़ी घटना को अंजाम देने का मंसूबा विफल हो गया है. इस संबंध में एक पुलिस अधिकारी से पुछे जाने पर उन्होंने फिलहाल कोई भी जानकारी देने से इंकार कर दिया.