- छत्तीसगढ की सीमा में प्रवेश कर बेवजह ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है
- पांच ग्रामीणों को पीटा, दिन भर बांधकर रखा व गोली मारने की धमकी भी दी
गोंदिया. 13 नवंबर को गढचिरोली की कोरची तहसील के गैरहपत्ती – कोटगुल क्षेत्र के ग्राम मरदिनटोला में मुठभेड के दौरान पुलिस दल ने 26 नक्सलियों को मार गिराया था. घटना के बाद अब जो जानकारी सामने आ रही है. उसे लेकर गढचिरोली पुलिस पर विभिन्न प्रकार के गंभीर आरोप लगाए जा रहे हैं.
गोंदिया जिले की देवरी तहसील से सटे छत्तीसगढ के ग्राम मोहला के परेवाडिह में गडचिरोली पुलिस की शिकायत ग्रामीणों ने पुलिस में दर्ज कराते हुए बताया कि गढचिरोली फोर्स के जवान एनकाउंटर के बाद घायल नक्सलियों की पतासाजी में वहां पहुंचे थे जहां उन्होंने एक और नक्सली का शव बरामद किया.
परेवाडीह के ग्रामीण राजेश बोगा, परदेशीराम तुलावी, सुरेश नेताव व अक्षयकुमार ने बताया कि वे 16 नवंबर की सुबह मवेशी चराने जंगल की ओर गए थे. जहां गढचिरोली फोर्स के जवान व अधिकारी पहुंचे. ग्रामीणों को देखते ही जवानों ने उन्हें नक्सलियों का सहयोगी बता दिया.
आरोप लगाया कि एनकाउंटर के बाद भागे नक्सलियों का सामान एकत्रित करने जंगल में आए है. इसके बाद सभी को पुलिस जवानों ने रस्सी से बांध दिया व जमकर मारपीट की. ग्रामीण अपनी बात रखते रहे लेकिन उनकी एक भी नहीं सूनी गई तथा बेदम पिटाई करते रहे तथा गोली मारने की धमकी भी दी.
एक नक्सली की लाश उनसे ही निकलवाई
ग्रामीणों ने बताया कि इसके बाद उन्हें पास में ही मौजूद एक गुफा में ले गए, जहां नक्सली का शव पडा हुआ था. उसे उनसे ही बाहर निकलवाया गया. शाम तक फोर्स उन पर अत्याचार करती रही.
एनकाउंटर स्थल महाराष्ट्र का नहीं था
इन ग्रामीणों ने जो जानकारी दी है उसके अनुसार गढचिरोली पुलिस ने जो एनकाउंटर किया है वह महाराष्ट्र के बजाए मोहला के जंगल में हुआ है तथा वह हिस्सा छत्तीसगढ के राजनांदगांव जिले में आता है जहां गढचिरोली के फोर्स ने दाखिल होकर आपरेशन किया. परेवाडीह व हिंडकोटोला गांव में भी खुन के धब्बे देखे गए हैं.
गढचिराली की फोर्स ने वहां दाखिल होकर 27 नक्सलियों को मार गिराया और सर्च ऑपरेशन का दावा करने वाले छत्तीसगढ के अफसरों को इसकी भनक तक नहीं लग पाई. गढचिरोली की फोर्स की हरकत के बाद आक्रोश की स्थिति व्याप्त हो गई. घटना की शिकायत मानव अधिकार आयोग से करने की तैयारी है.
इन ग्रामीणों ने यह भी बताया कि बिते दिनों हुए मुठभेड के बाद गढचिरोली पुलिस यहां इलाके में बार बार दखल दे रही है. सर्चिंग के नाम पर वहां फोर्स इस हिस्से में दाखिल हो रही है और बेवजह ग्रामीणों पर दबाव बनाया जा रहा है. परेवाडीह के अलावा हिंडकोटोला गांव व आस पास के हिस्से में भी गढचिरोली की फोर्स घुसी थी वहां भी ग्रामीणों ने दुर्व्यवहार किया गया. गढचिरोली फोर्स दबाव बना रही है जिससे पुरे इलाके के ग्रामीण दहशत में हैं और यह आरोप भी लगाया गया है कि नक्सल सहयोगियों के नाम पर बेवजह ग्रामीणों को परेशान किया जा रहा है.