कई गांवों तक नहीं पहुंच पा रही एसटी बस, आज भी पैदल यात्रा को मजबूर है लोग

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    सालेकसा. तहसील के ग्रामीण अंचलों में आज भी एसटी बस सेवा नहीं पहुंची है. ऐसे में क्षेत्र के नागरिकों को जंगल के रास्तों से पैदल ही जाना पड़ता है. आजादी के 74 साल बाद भी रापनि की बस सालेकसा तहसील के 35 आदिवासी बहुल गांवों तक नहीं पहुंच पाई है.

    इनमें मरकाखांदा, गोविंदपुर, इस्नाटोला, गिरोला, धानोली, दलदलकुही, पुजारीटोला, कोवरिटोला, चिचटोला, दहरटोला, कुलरभट्टी, शिकारीटोला, मानागढ़, कोसमतरा, हलबीटोला, चांगोटोला, बापूटोला, जोशीटोला, भजियाटोला, सावंगी, पिपरटोला, नदीटोला, गांधीटोला, गोरे, तिरखेड़ी, धीवटोला, केहरिटोला, बोदलबोड़ी, सोनारटोला, भाडीपार, मुरकुडोह आदि गांव शामिल हैं. जहां एसटी बस सेवा उपलब्ध नहीं है.

    इन गांवों के नागरिकों को कुछ किमी. दूर तहसील या जिला मुख्यालय पहुंचना पड़ता है. इनको तहसील मुख्यालय या उस रास्ते से पहुंचना है जहां से पैदल गुजरते है. छोटे दूर दराज क्षेत्र तक एसटी पहुंचे और इसका लाभ ग्रामीण लोग कर सके इस ओर  जनप्रतिनिधियों से ध्यान देने की मांग क्षेत्र के नागरिकों ने की है.