तेढा से पठानटोला, हलबीटोला से लिंबा दोनों सड़कें बदहाल

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    • लिंबा क्षेत्र की जर्जर सड़कें विद्यार्थियों के लिए बनी अभिशाप

    गोरेगांव. तहसील में तेढा-लिंबा क्षेत्र दुर्गम भाग में स्थित है, यहां संबंधित विभागों के अधिकारी व स्थानीय जनप्रतिनिधियों ने क्षेत्र के विकासात्मक कार्यों पर हमेशा अनदेखी की है. जहां एक ओर विभिन्न  योजना के तहत तहसील के अन्य गांव में सड़कों का निर्माण प्रगति पर है, वहीं दूसरी ओर लिंबा तेढा क्षेत्र की सड़कें अति दुर्गम क्षेत्र में होने का शिकार हो रही है जिसमें तेढा से पठानटोला व हलबीटोला से  लिंबा सड़क शामिल है.

    इस सड़क पर बड़े पैमाने में जानलेवा गड्ढे तैयार हो गए हैं जो आवागमन करने वालों के लिए अनेक वर्षों से एक समस्या बने हुए हैं. उल्लेखनीय है कि क्षेत्र में संजय गांधी विद्यालय तेढा प्रमुख शालाओं में से एक है, ऐसे में यहां छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में पठानटोला, हलबीटोला व लिंबा जैसे गांवों से प्रतिदिन आवागमन करते हैं.

    लेकिन खस्ताहाल यह सड़कें इनके आवागमन के लिए अभिशाप बन गई है. संबंधित विभाग इस समस्या से बेखबर है. ऐसे में ग्राम तेढा की पूर्व सरपंच रत्नाकला भेंडारकर ने इस विषय को लेकर आवाज उठाई है, जिसमें उन्होंने जल्द से जल्द सड़क की मरम्मत की मांग प्रशासन से की है. उल्लेखनीय है कि गोरेगांव तहसील में लिंबा, तेढा क्षेत्र तहसील की अंतिम सीमाओं पर बसा हुआ है. 

    अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों की अनदेखी से क्षेत्र में सड़कों की हालत गंभीर हो गई हैं. जिसमें ग्राम तेढा से पठानटोला व हलबीटोला से लिंबा की ओर जाने वाली गांव की मुख्य सड़कें वर्षों से बदहाल है. जिला परिषद विभाग के तहत इन दोनों सड़कों का निर्माण वर्षों पहले किया गया था लेकिन उसके बाद एक बार भी इन सड़कों की मरम्मत नहीं हुई है. यह दोनों सड़के पुरी तरह से उखड गई है.

    जहां सड़क कम और गड्ढे ज्यादा दिखाई दे रहे हैं. ऐसे में यहां हलबीटोला, पठानटोला व लिंबा में स्थित सैकड़ों छात्र तेढा में स्थित संजय गांधी विद्यालय प्रतीदिन साईकिलों से आवागमन करते हैं. लेकिन सड़क पर बने गहरे गड्ढें से आवागमन मुश्किल हो रहा है, साथ ही अनेक बार यहां बस सेवा भी प्रभावित हुई है. श्रावण बाल के उम्र दराज व्यक्तियों को भी गोरेगांव बैंक आने में भारी मशक्कत उठानी पड़ रही है. 

    खस्ताहाल यह सड़के लिंबा क्षेत्रवासियों के लिए परेशानी का कारण बने हुए है. जिसमें सड़क की मरम्मत आवश्यक  है. जिसकी मांग ग्राम तेढा की पूर्व सरपंच रत्नकला काशीनाथ भेंडारकर ने करते हुए कहा कि हाल में बसों की हड़ताल से यहां आवागमन के लिए समस्याएं और भी गंभीर हो गई है.

    बड़ी संख्या में विद्यार्थी वर्ग साइकिलों से इन जर्जर सड़कों से आवागमन कर रहे है, जिसमें दुर्घटना का डर पालकों को सता रहा है, काफी वर्षों से सड़कों की मरम्मत नहीं की गई है, मांग करने के बावजूद हमारी मांगों को दरकिनार किया जा रहा है जो क्षेत्रवासियों के लिए दुर्भाग्यपूर्ण है, जल्द से जल्द इन खस्ताहाल सड़कों की मरम्मत करवाने पर प्रशासन को ध्यान देने की आवश्यकता है.