समाज व विकास कार्य में राजनीति न हो : प्रफुल पटेल

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    गोंदिया. स्वनामधन्य नेता स्व. मनोहरभाई पटेल की 116वीं जयंती समारोह अवसर पर सांसद प्रफुल पटेल ने कहा कि आज का दिन भावुक होने के साथ साथ श्रद्धा का है, विशेषकर उन बच्चों के लिए जिन्होंने गोंदिया – भंडारा जिले में शिक्षा के क्षेत्र में प्राविण्यता प्राप्त की है. देश के उज्जवल भविष्य व मनोबल बढ़ाने बच्चे अपने परिवार व देश के लिए योगदान दें.

    इसके लिए हम उन्हें सम्मानित करते हैं. मनोहरभाई ने शिक्षा को महत्व दिया क्योंकि वे स्वयं नहीं पढ़े थे, 13 वर्ष की उम्र में भटकते हुए वे जबलपुर और इसके बाद  गोंदिया-भंडारा को अपनी कर्मभूमि बनाई. इस बात को आज 100 वर्ष से अधिक हो गए हैं. हमें उर्जा व प्रेरणा मिले इसके लिए हम यह आयोजन करते हैं. यह राजनीतिक मंच नहीं है लेकिन हम अच्छे नागरिक कैसे बनें, आगे कैसे बढ़े इसकी प्रेरणा लेने का कार्य करते है.

    उन्होंने अनेक बार लोकसभा चुनाव लड़ा, नप से काम शुरू किया लेकिन जिले को राजनीति के दायरे में नहीं देखा है. नेता व मंत्री बनने से कोई बड़ा नहीं हो जाता, वे 32 वर्षो से लोकसभा व राज्यसभा में हैं, कभी भी ब्रेक नहीं लिया. इसकी विरासत उन्हें 13 वर्ष की आयु में मिली. जब वे साढ़े तेरा वर्ष के थे तब पिता छोड़ कर चले गए. मुंबई में निधन हुआ था. उन्हें गोंदिया लाया गया. लेकिन भंडारा से गोंदिया लाते समय जगह जगह लोग मनोहरभाई के अंतिम दर्शन करने के लिए एकत्र थे व विलख रहे थे. मनोहरभाई उन पर जिम्मेदारी छोड़ गए.

    विकास निरंतर होना चाहिए. फिर भी उन्हें खुशी नहीं है. हमने अपने काम की शुरूआत की है. हम तभी विकास को मानेंगे जब संपूर्ण देश के लोग गोंदिया को विकास में अपवाद के रूप में लेंगे. उन्होंने यह भी कहा कि आयोजन में बड़े-बड़े लोगों को बुलाने के पीछे उद्देश्य यह होता है कि वे यहां से वाकीफ हो सके जिससे आगे चलकर वे इस क्षेत्र में कोई उद्योग या नए प्रोजेक्ट की स्थापना कर सकें. उन्होंने कहा कि समाज व विकास में राजनीति नहीं होनी चाहिए.  

    पूर्व केंद्रीय मंत्री मोहिते

    पूर्व केंद्रीय उद्योग मंत्री सुबोध मोहिते ने कहा कि जिस आदमी ने जाति, धर्म से उपर उठकर गरीबों को एजूकेशन देने का सपना देखा व शिक्षा संस्था की स्थापना की, इसे लेकर गोंदिया व भंडारा जिले के नागरिकों को स्व. मनोहरभाई पटेल पर नाज होना चाहिए, प्रफुल भाई नहीं होते तो क्या गोसीखुर्द जलाशय बन जाता, गोंदिया में एयर पोर्ट बन जाता, उन्होंने भेल कारखाने का उल्लेख करते हुए कहा कि उनके दिल में एक कसक थी. जिसकी वजह से उन्होंने भंडारा में भेल कारखाना स्थापित करने का प्रयास किया.   

    स्वर्ण पदक प्रदान किए गए

    इस अवसर पर गोंदिया व भंडारा जिले में शालांत तथा स्नातकिय परिक्षाओं में सर्वाधिक गुण प्राप्त करने वाले मेघावी छात्र छात्राओं को विद्यार्थियों को मनोहरभाई की स्मृति में स्वर्ण पदक प्रदान किए गए.   

    प्रमुख उपस्थिति

    विधायक विनोद अग्रवाल, मनोहर चंद्रिकापुरे, राजु कारेमोरे व एड.अभिजीत वंजारी, पूर्व सांसद मधुकर कुकड़े व डा.खुशाल बोपचे, पूर्व नगराध्यक्ष अशोक के. इंगले, पूर्व विधायक सेवक वाघाये, अनिल बावनकर, बंडुभाऊ सावरबांधे, विलास श्रृंगारपवार, भंडारा जिला राकांपा के अध्यक्ष नाना पंचबुद्धे व गोंदिया जिला राकांपा अध्यक्ष गंगाधर परशुरामकर, गोंदिया जिला कांग्रेसाध्यक्ष दिलीप बंसोड, पूर्व अध्यक्ष डा. नामदेवराव किरसान, भंडारा जिला सेंट्रल को ऑपरेटिव बैंक के अध्यक्ष सुनील फुंडे,     धनंजय दलाल, गुजराती केलवणी मंडल के दीपम पटेल, जयेश पटेल व अजय वडेरा आदि उपस्थित थे. शुरूआत  अतिथियों के हस्ते स्व. मनोहरभाई पटेल के तैलचित्र के समक्ष दीप प्रज्वलन, पुष्पांजलि अर्पण व स्टार पब्लिक  स्कूल की छात्राओं के स्वागत गीत से हुई.    

     चंद्रिकापुरे,  कारेमोरे,  सावरबांधे, एड. वंजारी, श्रृंगारपवार,  कुकड़े व डा. बोपचे ने भी विचार व्यक्त किए.  संचालन व आभार पूर्व विधायक राजेंद्र जैन ने माना.