ST Bus Women

Loading

गोंदिया.  एसटी बसों में महिला यात्रियों को किराए में 50 प्रतिशत की छूट मिलने से महिलाओं का रुझान अब एसटी बस यात्रा की तरफ हो गया है. लेकिन निजी यात्री वाहन चालकों को यात्री नही मिलने से परेशानी हो रही है. जिससे उन पर बेरोजगारी का साया छाने की तस्वीर दिखाई दे रही है. 

बजट में राज्य सरकार ने महिलाओं के लिए एसटी बस टिकट किराए में 50 प्रतिशत की छूट देने की घोषणा की थी और इस योजना का नामकरण महिला सम्मान योजना किया गया. दरअसल इस फैसले पर अमल 17 मार्च से शुरू हुआ. एसटी बसों में यात्रा करने वाली महिलाओं की संख्या में काफी वृद्धि हुई है क्योंकि बारह वर्षों से अधिक आयु वर्ग की महिलाओं को इसका लाभ मिला है. इसलिए एसटी की आय भी बढ़ रही है. 

गोरेगांव, आमगांव, तिरोड़ा तहसील के साथ ही गोंदिया तहसील के रावणवाडी, तेढवा, दासगांव, बनाथर, कामठा आदि गांवों के यात्रियों का जिला मुख्यालय में सतत आना जाना लगा रहता है. इसमें महिलाओं की संख्या अधिक होती है.  गोंदिया से गोरेगांव एसटी बस का कुल किराया 30 रु. है और महिलाएं सिर्फ 15 रु. में यात्रा कर रही हैं क्योंकि उन्हें किराए में 50 प्रतिशत की छूट मिलती है.

इस छूट के कारण शहर व गांव जाने वाले निजी वाहन काली-पीली, ऑटो व अन्य निजी बस चालकों को आर्थिक परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. विशेष यह है कि एसटी बसों में 65 से 75 वर्ष के वरिष्ठ नागरिकों के लिए पहले से ही 50 प्रतिशत की छूट है. 75 वर्ष से ऊपर के अगले वरिष्ठ नागरिक को 100 प्रतिशत छूट और विकलांग लोगों को भी छूट से एसटी बस से यात्रा करने वाले यात्रियों की संख्या बढ़ रही है. वहीं लालपरी को फिलहाल हाउसफुल के तौर पर देखा जा रहा है. हालांकि निजी वाहन चालकों को खासी परेशानी हो रही है. एसटी बसों में इस छूट से यात्रियों ने इन निजी वाहन चालकों से मुंह मोड़ लिया है.

किश्तें कैसे चुकाएं

कई निजी वाहन चालकों ने कर्ज पर अपने वाहन खरीदे हैं और इस वाहन से होने वाली आय से वे अपने परिवार का भरण-पोषण, अपने बच्चों को शिक्षित आदि करके कर्ज की किस्तें चुकाते हैं. उन्हें प्रतिदिन 150 से 200 रु. ही मिल रहे हैं. ऐसे में उनके सामने घर कैसे चलाना है और किश्तें कैसे चुकानी हैं, यह सवाल खड़ा हो गया है.

गैस सिलेंडर पर दे छूट

महिला सम्मान योजना के तहत राज्य सरकार ने एसटी बस यात्रा में महिलाओं को 50 प्रतिशत तक की छूट दी है. लेकिन इस छूट का लाभ केवल यात्रा करने वाली और नौकरीपेशा महिलाओं को ही मिलेगा वहीं गृहणियों को इसका लाभ कभी कभार ही मिलेगा. अगर महिलाओं का सम्मान करना ही है तो शासन ने एसटी बस में नही, गैस सिलेंडर के दाम में छूट देनी चाहिए. ऐसी मांग महिला वर्गों की ओर से की जा रही है.