Changed throughout the day, people playing sunny house decoration

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    गोंदिया. रविवार को मौसम ने फिर करवट बदल ली है. सुबह से आसमान में बादल छा गए, सुबह 9 बजे हलकी धूप निकली, लेकिन थोड़ी देर बाद पुन: आसमान में बादल मंडरा गए. शाम 5 बजे तक बारिश के आसार भी होने लगा हालांकि बारिश नहीं हुई. वहीं पश्चिम विदर्भ के नागपुर वर्धा सहित अन्य स्थानों में अच्छी बारिश हुई. 

    मौसम में बदलाव से तापमान अधिकतम 23 डिग्री व न्यूनतम 16  डिग्री रहा. लोग ठंड से बचने के लिए अलग अलग उपाय करते नजर आए.  लेकिन किसानों की चिंता बढ़ गई.  

     रविवार को आसमान में बादल छाए रहने के कारण वातावरण में ठंडक घुल गई. मौसम के बदले मिजाज को देखते हुए क्षेत्र के किसान फसलों को बारिश से बचाने के जतन में जुटने लगे है. शनिवार देर रात मौसम ने पलटी बारी.  सुबह जब लोग जागे तो बादलों का जमघट नजर आया.बादल छाने से धूप के तेवर ढीले हो गए. दिनभर  यही दौर चलता रहा.

    बारिश, ओला वृष्टि की चेतावनी 

    12 जनवरी तक विदर्भ के अधिकांश जिलों में बेमौसम बारिश, ओला वृष्टि की चेतावनी  मौसम विभाग की ओर से जारी हुई है. मौसम विभाग की चेतावनी के अनुरुप प्रदेश तथा विदर्भ के अनेक जिलों जिले में बारिश, ओलों की वृष्टि होने का अनुमान लगाया गया है. इस बदले हुए मौसम का परिणाम जिले में भी नजर आ रहा है. 

    जिले के किसानों व ग्रामीण परिसर के नागरिकों के लिए आवाहन किया है कि वे इस दौरान सतर्क रहें. कहा गया है कि जिले के किसान अपनी काटी गई या सूखी फसलों को सुरक्षित स्थान पर रखें.

    कृषि उपज मंडी में अगर किसान अपनी उपज को बिक्री के लिए लाने के इच्छुक है या लेकर आए हैं तो कृषि उपज को भीगने से बचाने के लिए सावधानी बरतें. बिजली की चमक या गड़गड़ाहट के बीच यदि ओला वृष्टि हुई तो अपना व अपने मवेशियों का बचाव करें. सुरक्षित स्थान पर ही रुकें. किसी पेड के नीचे खड़े न हो ऐसी अपील भी शासन ने की है. मौसम विभाग की इस चेतावनी को देखते हुए जिला प्रशासन ने सभी सम्बन्धित विभागों को सतर्क रहने के आदेश देते हुए सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं.

    छाए रहेंगे बादल

    मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिण-पश्चिम हवा के कारण दिन का तापमान गिर सकता है. बादल छाए रहेंगे. जिले में कुछ स्थानों पर मेघ गर्जना के साथ बारिश हो सकती है. 10 व 11 जनवरी को भी हल्की बारिश होने की संभावना है. अधिकतम तापमान घटने व न्यूनतम तापमान बढ़ने से ठंड का ज्यादा एहसास नहीं होगा. उत्तरी हवा आने में अभी समय है.

     विभिन्न फसलों के नुकसान की आशंका

    रबी धान के साथ ही किसानों ने विभिन्न फसल लगाई है. मौसम बिगड़ता है और बारिश होती है तो उनका नुकसान होगा.  जिला कृषि विभाग की ओर से जानकारी दी गई है कि इस वर्ष 24 हजार 334 हेक्टेयर में सरसों, अलसी, मूंग, मसूर, उड़द, चना जैसी रबी फसल लगाई गई है. जिनमें से अधिकांश खेती पर सरसों की फसल उगाई गई है. ऐसे में ऐसे में बारिश होने से इस पर असर होगा. 

    सरसों को अधिक दाम मिलने से किसानों को इसका अच्छा लाभ मिलेगा इस तरह की उम्मीद जताते हुए किसानों ने सरसों की खेती की ओर अपना रूख अपनाया है लेकिन अब बारिश के साथ ओलावृध्दि की चेतावनी दी गई है. मौसम में बदलाव का प्रतिकूल असर आम के पैदावार पर पड़ सकता है. वहीं ओला वृध्दि से फुल, सब्जी भाजी  पर विपरित असर होगा. मौसम में आए बदलाव ने किसानों को चिंतित कर दिया है. 

    पशुओं के चारे को खतरा

    बेमौसम बारिश से विभिन्न फसल पर खराब होने का खतरा मंडरा रहा है, वहीं पशुओं का चारा भी खराब हो सकता है. खलिहान में रखी फसलों को तो बारिश से ढंककर बचाया जा सकता है, लेकिन खेत में रखे पशु चारे को बारिश से बचाना मुश्किल है.