जिप, पंस व नपं चुनाव; नक्सल क्षेत्रों में भी शांतिपूर्ण हुआ मतदान

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    • दोपहर 1.30 बजे तक हुआ 43.64 प्रश. मतदान
    • पुलिस का था कड़ा बंदोबस्त 

    गोंदिया. जिप व पंस की 631 सीटों के लिए 21 दिसंबर को मतदान प्रक्रिया पुर्ण हुई. जिसमें जिले के 1375 केंद्रों पर 8 लाख 38 हजार 977 मतदाताओं में से दोप. 1.30 बजे तक 3 लाख 66 हजार 95 महिला व पुरुष मतदाताओं  ने मतदान किया. जिसका प्रश. 43.64 प्रश है. ओबीसी आरक्षण के मुद्दे पर 30 सीटों के लिए 18 जनवरी को मतदान होगा.

    21 दिसंबर को  हुए मतदान की मतगणना 19 जनवरी को होगी.  जिससे जिप की 243 व पंस के लिए 388 ऐसे कुल 631 सीटों के लिए उम्मीदवारों की धड़कने तेज हो गई है. कोरोना संक्रमण से देड़ वर्ष के बाद जिले में जिप व पंस चुनाव का बिगुल बजा. उसमें उम्मीदवारों द्वारा नामांकन दाखिल होते समय सर्वोच्च न्यायालय ने ओबीसी आरक्षण रद्द घोषित किया जिससे चुनाव होगा या नहीं .

    इस संदर्भ में उम्मीदवारों में भ्रम व्याप्त था लेकिन चुनाव आयोग ने ओबीसी के बगैर चुनाव लेने के निर्देश दिए. तब जिले में 631 जिप और पंस के लिए 21 दिसंबर को मतदान हुआ. इसके लिए जिप प्रशासन द्वारा 1375 मतदान केंद्र सज्ज किए गए थे. जिले के 8 तहसीलों में जिप व पंस क्षेत्र को देखा गया जिसमें कुल 8 लाख 38 हजार 977 मतदाताओं का समावेश है. उसमें 4 लाख 19 हजार 785 पुरुष व 4 लाख 19 हजार 190 महिला मतदाताओं का समावेश है. गोंदिया और गोरेगांव तहसील में दो तृतीय पंथी मतदाता शामिल हैं. 

    21 दिसंबर को सुबह 7.30 बजे मतदान की शुरुआत हुई. इसमें सड़क अर्जुनी, अर्जुनी मोरगांव, सालेकसा व देवरी यह चार तहसील नक्सलग्रस्त व अतिसंवेदनशील होने से वहां  मतदान का समय दोपहर 3 बजे तक दिया गया था. समाचार लिखे जाने तक संबंधित विभाग की ओर से दोपहर 1.30 बजे तक हुए मतदान की जानकारी दी गई थी. 

    उम्मीदवारों का भाग्य ईवीएम में बंद

    जिप और पंस के लिए 21 दिसंबर को मतदान लिया गया. जिसमें जिप की 43 सीटों के लिए 243 और पंस की 86 सीटों के लिए 388 ऐसे कुल 631 उम्मीदवार मैदान में थे. जिनका भाग्य ईवीएम मशीन में बंद हो गया है.

    चार तहसीलों में 3 बजे तक मतदान

    जिप और पंस की 631 सीटों के  लिए हुए चुनाव में देवरी, सालेकसा यह संपूर्ण तहसील तथा अर्जुनी मोरगांव और सड़क अर्जुनी तहसील के जंगल व्याप्त क्षेत्र में कुछ केंद्र संवेदनशील होने से इन केंद्रों पर सुबह 7 से दोपहर 3 बजे तक मतदान लिया गया. इस दौरान कोई भी घटना न घटे इसके लिए पुलिस का कड़ा बंदोबस्त 20 दिसंबर से ही हो गया था.

    परिणाम के लिए माह भर प्रतीक्षा

    राज्य शासन ने ओबीसी प्रवर्ग को दिए 27 प्रश.आरक्षण सर्वोच्च न्यायालय ने रद्द किया. जिससे जिप की 10 और पंस की 20 सीटों के लिए चुनाव रद्द किए गए है. उन सीटों के लिए आगामी 18 जनवरी को मतदान होगा. वह सीटें अब सर्वसाधारण होने से  महिला व पुरुष ऐसे आरक्षण निकालने के लिए 23 दिसंबर को ड्रा होगा.  वहीं इन सीटों के लिए 18 जनवरी को मतदान व मतगणना 19 जनवरी को होगी. इसके लिए उम्मीदवारों व मतदाताओं को एक माह की प्रतीक्षा करनी होगी.

    मतदान केंद्रों को पुलिस छावनी का रुप

    जिले में देवरी, सालेकसा तहसील नक्सल प्रभावित संवेदनशील तहसील है. जिससे यहां के मतदान केंद्रों पर शांती व सुव्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिस पुलिस का कड़ा बंदोबस्त किया गया था. उल्लेखनीय है कि देवरी तहसील के रेहड़ी मतदान केंद्र को पुलिस छावनी में बदल दिया गया था. देवरी के उपविभागीय पुलिस अधिकारी संकेत देवड़ेकर ने परिसर के मतदान केंद्रों का निरीक्षण किया.