मानस पुत्री का कन्यादान करेंगे गृहमंत्री

  • वर के पिता की भूमिका निभाएंगे जिलाधिकारी
  • नागपुर में आयोजित होगा अनोखा विवाह समारोह

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मुंबई. नागपुर (Nagpur) में 20 दिसंबर को एक अनोखा विवाह समारोह (Unique wedding ceremony) देखने को मिलेगा। जिसमें किसी फिल्मी कहानी की तरह महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख (Maharashtra Home Minister Anil Deshmukh) जन्म से ही मूक बधिर वधु के कन्यादान की रश्म निभाएंगे, जबकि वर के पिता की भूमिका में जिलाधिकारी होंगे। यह विवाह राजनीतिक एवं प्रशासनिक वर्ग के लिए एक आदर्श साबित हो सकता है।

मतिमंद व मूक बधिर अनाथ बच्चों का पालन पोषण एवं पुनर्वसन का काम करने वाले समाजसेवक शंकरबाबा पापडकर (Social worker Shankarbaba Papadkar) को 23 साल पहले नागपुर रेलवे स्टेशन (Nagpur Railway Station) पर एक लावारिस बच्ची मिली थी। जिसका उन्होंने लालन पालन किया एवं पिता के रूप में उसे अपना नाम दिया। वर्षा शंकरबाबा पापडकर जब 6 साल की हुई तब उन्होंने मूक बधिर स्कूल में उसका नाम दर्ज करवाया। इसी तरह डोंबिवली में लावारिस मिले समीर को भी शंकरबाबा पापडकर ने अपना नाम दिया। दोनों को अपने पैर पर खड़ा करने का कार्य भी शंकरबाबा पापडकर ने किया। अब दोनों का विवाह होने जा रहा है। विवाह समारोह में वधु वर्षा का कन्यादान (kanyadan) गृहमंत्री अनिल देशमुख व आरती देशमुख करेंगी, जबकि वर के पिता की जिम्मेदारी नागपुर के जिलाधिकारी रविंद्र ठाकरे (Collector Ravindra Thakre) संभाल रहे हैं।

गृहमंत्री देशमुख के नागपुर स्थित आवास पर विवाह की तैयारी उनकी बहु रिध्दी देशमुख कर रही हैं। इसी तरह नागपुर जिलाधिकारी आवास में जिलाधिकारी की पत्नी ज्योत्स्ना ठाकरे वर वधु के स्वागत की तैयारी कर रही हैं। उन्होंने दोनों को जिलाधिकारी आवास पर आमंत्रित किया है। विवाह समारोह पुलिस लाइन नागपुर के पास सीआईडी कार्यालय के सामने  ‘सदभावना लॉन’ में 20 दिसंबर को शाम 5 बजे से होना है। विवाह कार्यक्रम में कोरोना प्रतिबंधक नियमों का पालन किया जाएगा।