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मुंबई: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को नए संसद भवन (new Parliament House) का उद्घाटन किया और ऐतिहासिक राजदंड ‘सेंगोल’ को लोकसभा अध्यक्ष के आसन के समीप स्थापित किया। कई विपक्षी दलों ने समारोह का बहिष्कार किया और जोर देकर कहा कि देश के प्रमुख के रूप में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा संसद का उद्घाटन कराया जाना चाहिए था। इसी बीच राकांपा प्रमुख शरद पवार (Sharad Pawar) ने वहां नहीं जाने की ख़ुशी व्यक्त किया।  

राकांपा प्रमुख शरद पवार ने कहा कि मैंने सुबह घटना देखी। मुझे खुशी है कि मैं वहां नहीं गया। वहां जो कुछ हुआ उसे देखकर मैं चिंतित हूं। क्या हम देश को पीछे ले जा रहे हैं? क्या यह आयोजन सीमित लोगों के लिए ही था?

दूसरी ओर महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने ट्वीट किया, ‘‘ राजनीतिक दलों ने आज उद्घाटन समारोह में हिस्सा नहीं लिया, उन्होंने भारत के लोकतंत्र तथा सावरकर जी के प्रति गहरा अनादर दिखाया है।” उन्होंने कहा, ‘‘ जो लोग हमारी सांस्कृतिक विरासत पर गर्व नहीं करते, जो वीर सावरकर जैसे विचारकों का तिरस्कार करते हैं..उन्होंने ही राष्ट्रीय समारोह का बहिष्कार किया।” शिंदे ने कहा कि भारत मां के बेटे का जन्म 1883 में आज ही के दिन हुआ था। उन्होंने कहा, ‘‘ 140 साल बाद उसी दिन एक स्वतंत्र तथा आत्मविश्वासी भारत को एक नया संसद भवन समर्पित किया गया। यह सावरकर जी को सबसे बड़ी श्रद्धांजलि और महाराष्ट्र के सभी लोगों का सम्मान है।”