Death of ST employee, demand for registration of crime against Transport Minister

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    धुलिया : राज्य में पिछले कई दिनों से चल रही हड़ताल का समाधान अभी नहीं निकला है। एसटी निगम (ST Corporation) का राज्य सरकार (State Government) में विलय नहीं किया जा रहा है, इसलिए कुछ कर्मचारियों (Employees) ने कठोर कदम उठाकर आत्महत्या (Suicide) भी कर ली। साथ ही इस प्रक्रिया के दौरान कुछ कर्मचारियों की मौत भी हुई है। इसी तरह जानकारी सामने आई है कि धुलिया के एसटी बस चालक संजय सोनावणे (Sanjay Sonawane) की हार्ट अटैक (Heart Attack) से मौत हो गई। 

    एसटी कर्मचारी की मौत के बाद आक्रोशित परिजन और आक्रोशित कर्मचारी सोनवणे के शव को धुलिया संभागीय नियंत्रक कार्यालय ले आए। इस दौरान परिवहन निगम मंत्री अनिल परब और एसटी निगम के अन्य अधिकारियों के खिलाफ गैर इरादतन हत्या का मामला दर्ज करने की मांग की गई। पुलिस के लिखित बयान और सफाई के बाद सोनवणे का शव उसके परिजनों ने वापस ले लिया। संजय सोनावणे को गुरुवार को विभागीय कार्यालय में जांच के लिए उपस्थित होने के लिए बुलाया गया था।

    एक तरफ मेस्मा के तहत कार्रवाई की खबर और दूसरी तरफ कार्यालय से फोन आने की खबर ने सोनवणे को तनाव में डाल दिया। उसके परिवार ने दावा किया है कि इसी तनाव की वजह से सोनवणे को दिल का दौरा पड़ा। सोनवणे की मौत के बाद आंदोलनकारी एसटी कार्यकर्ता काफी आक्रामक हो गए। इस बीच, सरकार और प्रशासन दोनों पर प्रदर्शनकारी श्रमिकों की हत्या का आरोप लगाया गया।