धुलिया: महाराष्ट्र राज्य परिवहन महामंडल (Maharashtra State Transport Corporation) जल्दी ही नई इलेक्ट्रिक बसें (New Electric Buses) खरीदेगा। इस तहत धुलिया संभाग के धुलिया-नंदुरबार जिले को 200 बसें खरीदने का लक्ष्य रखा गया है। पहले चरण में आगामी डेढ़ माह की कालावधि में धुलिया संभाग के 100 बसें मिल जाएंगी। शेष बसों को भी कम से कम समय में धुलिया-नंदुरबार (Dhulia- Nandurbar) की सड़कों पर उतारा जाएगा, ऐसी जानकारी एसटी महामंडल (ST Mahamandal) के प्रबंध निदेशक शेखर चन्ने ने दी है। चन्ने ने आशा जताई कि आगामी छह माह में धुलिया संभाग के धुलिया-नंदुरबार जिले में कुल 200 नई इलेक्ट्रिक बसें दौड़ती नजर आएंगी। निदेशक शेखर चन्ने ने पिछले दिनों धुलिया विभाग की समीक्षा की।
उन्होंने इस दौरान जानकारी दी कि एसटी महामंडल की ज्यादातर बसों की हालत खराब है, इसलिए महामंडल ने नई इलेक्ट्रिक बसें खरीदने का फैसला लिया है। उन्होंने बताया कि लंबी दूरी और ग्रामीण यात्राओं के नियमित और समय पर प्रस्थान पर ध्यान केंद्रित किया गया है। उन्होंने बताया कि एसटी महामंडल लंबे समय तक आर्थिक संकट के साए में रहा है। अब काफी हद तक स्थिति में सुधार हो गया है।
धुलिया बसपोर्ट का मसला कई वर्षों से लालफीताशाही में फंसा
चन्ने के बताया कि कर्मचारियों के वेतन के लिए सरकार से निधि मिल रही है। उन्होंने कहा कि धुलिया बसपोर्ट का मसला कई वर्षों से लालफीताशाही में फंसा है। उन्होंने यह भी बताया कि बस अड्डे पर आने वाले यात्रियों को एयरपोर्ट की तर्ज पर सुविधाएं देने के प्रयास किए जा रहे हैं।
विश्राम कक्षों का किया जाएगा नवीनीकरण
चन्ने ने बताया कि महामंडल ने ड्राइवरों और वाहकों के लिए विश्राम कक्षों का नवीनीकरण की तैयारी भी की है, जिसमें उनके सोने के लिए बिस्तरों की व्यवस्था भी शामिल हैं। चन्ने ने बताया कि धुलिया डिपो में बेहतर सुविधाएं मुहैया कराई जाएंगी क्योंकि इस डिपो की ओर से महामंडल को सबसे ज्यादा आमदनी होती है। उन्होंने एसटी की विभिन्न सुविधाओं के बारे में भी जानकारी दी।
मृत कर्मियों के परिवार के एक व्यक्ति को मिलेगी नौकरी
उन्होंने बताया कि वर्ष 2019 में ड्राइवर-कैरियर की भर्ती की गई थी। भले ही उस समय कई का चयन हो गया था, लेकिन उन्हें काम पर नहीं लाया गया, अब उन्हें काम पर रखा जाएगा। कोरोना और हड़ताल के दौरान मरने वाले कर्मचारियों ने संदर्भ में चन्ने ने बताया कि उनके मृत कर्मियों के परिवार के एक व्यक्ति को अनुकंपा आधार पर एस टी महामंडल में नौकरी दी जाएगी।