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    जलगांव.  हाल ही में राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण(National Highway Authority) का काम अधूरा (Incomplete) रहने पर भी पिछले कुछ दिनों में वरणगांव (Varangaon) टोल (Toll) शुरू है। वरणगांव के नागरिकों(Citizens) को इसके कारण दो टोल चुकाना पड़ रहा है एक फेकरी (Fakery) टोल का और दूसरा नसीराबाद (Naseerabad) टोल का हैं, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) युवा जिलाध्यक्ष (Youth District President) वाय आर पाटील ने इस संबंध में ज्ञापन देकर इस मुद्दे को उठाया है। फेकरी टोल तुरंत बंद कर दिया जाना चाहिए या क्षेत्र के वाहनों को टोल से छूट दी जानी चाहिए।

    राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा कार्य प्रारंभ किए जाने के बाद से फेकरी टोल नाका की सीमा के भीतर सड़क का कार्य पूर्ण नहीं किया गया है। भुसावल की तरफ आने वाले राजमार्ग पर बड़े-बड़े गड्ढे हैं साथ ही फ्लाईओवर पर भी बड़े-बड़े गड्ढे हैं जिसके कारण वाहनों के हादसों से इंकार नहीं किया जा सकता है और आए दिन हादसे होते रहते है। इसका असर दुपहिया वाहन मालिकों पर भी पड़ता है। इस पर बात करने को कोई तैयार नहीं है। सवाल यह है कि जब सड़क पर गड्ढे थे तो टोल क्यों वसूला जा रहा है। इसके बारे में सांसद रक्षा खडसे और विधायक संजय सावकरे को भी ध्यान देने की जरूरत है। वाहन मालिकों का उत्पीड़न बंद होना चाहिए।

    परियोजना अधिकारी को सौंपा ज्ञापन

    वरणगांव और जलगांव के बीच तीन रेलवे फ्लाईओवर हैं और तीनों पुलों का काम पूरा नहीं हुआ है। हाईवे से उतरते समय सर्विस रोड का काम अधूरा है और बरसात के दिनों में कहीं-कहीं पानी रुक जाता है। वरणगांव शहर और उसके आसपास के नागरिकों को दो टोल चुकाने पड़ते है। नसीराबाद में टोल चिखली से जलगांव के बीच है। वरणगांव से जलगांव की दूरी केवल 40 किमी है, जिसमें से 30 किमी का उपयोग नागरिकों द्वारा नहीं किया जाता है।

    इस सड़क पर पहले से ही फेकरी का टोल है। यहां वाहन मालिकों को जलगांव जाते समय दो टोल चुकाने पड़ते है। दोनों टोलों के बीच की दूरी 20 किमी से कम है। नतीजतन, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी ने एक आंदोलन शुरू कर दिया है और मांग की है कि आठ दिनों के भीतर फेकारी में टोल बंद कर दिया जाए या इलाके में वाहनों को टोल से छूट दी जाए। इस अवसर पर निदेशक चंद्रकांत सिंहा परियोजना अधिकारी से जलगांव में मिलकर उनको ज्ञापन सौंपा गया।