arrest
(प्रतीकात्मक तस्वीर)

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    भुसावल. तहसील से सटे नसीराबाद (Nasirabad) ग्राम पंचायत (Gram Panchayat) में तत्कालीन सरपंच (Sarpanch) ने सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के तहत नसीराबाद पुलिस में शौचालय के अनुदान में गबन का मामला दर्ज किया है। तत्कालीन सरपंच पिछले पांच साल से फरार था लेकिन स्थानीय क्राइम ब्रांच की एक टीम ने बड़े सुझबुझ के साथ संदिग्ध को कल्याण से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार आरोपी की पहचान खिलचंद दगडू रोटे (41) के रूप में हुई है।  

    नसीराबाद के तत्कालीन सरपंच खिलचंद दगडु रोटे सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं।   पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने दो सरकारी कर्मचारियों की मदद से सरकार के स्वच्छ भारत अभियान के तहत निजी शौचालयों के निर्माण में 12 लाख 84 हजार रुपये का गबन किया था। जिसके कारण आरोपी पर गुनाह दाखिल किया गया था। मामले में तत्कालीन वरिष्ठ सहायक लेखाकार शेख रईस मुनाफ और नसीराबाद ग्रामीण विकास अधिकारी दिलीप रमा शिरतुरे को पहले ही सेवा से निलंबित कर दिया गया था। तब से तत्कालीन सरपंच खिलचंद रोटे फरार था। इस बीच जिला परिषद ने रोटे को नोटिस जारी कर गबन की गई राशि का 50 फीसदी भुगतान करने को कहा था। ग्राम विस्तार अधिकारी की शिकायत पर रोटे के खिलाफ 6 लाख 42 हजार रुपये के गबन के आरोप में नसीराबाद पुलिस में मामला दर्ज किया गया है।  

    तीन दिन की मशक्कत के बाद पकड़ा गया आरोपी

    संदिग्ध खिलचंद रोटे कल्याण पश्चिम की एक कंपनी में कार्यरत था और साई चौक इलाके में रहता है। इसी के तहत तीन दिन तक मुंबई, कल्याण और ठाणे में पुलिस के दस्ते तैनात रहे। रोटे के साई चौक पर पहुंचते ही पुलिस ने जाल बिछाकर उसे पकड़ लिया। यह कार्यवाही पुलिस अधीक्षक डॉ. प्रवीण मुंडे और अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक चंद्रकांत गवली के मार्गदर्शन में की गई। किरण कुमार बाकाले की टीम में जितेंद्र पाटिल, अकरम शेख, नितिन बाविस्कर, संदीप सावले ने किया।