MNS 'Go to sleep' movement in front of Municipal Corporation

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    जलगांव. जलगांव (Jalgaon) में पिछले दो-तीन साल से सड़क (Road) और अंडरग्राउंड नालों (Underground Drains) का काम चल रहा है। नतीजा यह है कि पूरे शहर की सड़कें बदहाल हैं। साथ ही बरसात के दिनों में खराब सड़कों के कारण लोगों को नर्क जैसी कठिनाईयों का भी सामना करना पड़ता है।  यह प्रशासन सोए होने का नाटक कर रहा है, पहले भी कई बार इस संबंध में महानगरपालिका को ज्ञापन दिए गए और साथ ही समय-समय पर महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना की ओर से आंदोलन भी किए गए। 

    मनसे के जिला सचिव अधिवक्ता जमील देशपांडे, मनविसे के जिलाध्यक्ष विनोद शिंदे और जिला संयोजक राजेंद्र निकम ने सोमवार की सुबह महानगरपालिका भवन के सामने प्रशासन को जगाने के लिए ‘रास्ते पर सो जाओ’आंदोलन किया।  इस संबंध में महानगरपालिका कमिश्नर को एक ज्ञापन भी दिया गया जिसमें कहा गया है कि इन दिनों यदी महानगरपालिका के पास पैसे नहीं हैं तो विभिन्न वसूलियों से जो पैसे मिल रहे हैं उन्हें खर्च कर के सड़कों की मरम्मत की जाए।  ज्ञापन में कहा गया है कि प्रशासन से हमारी हाथ जोड़ कर विनंती है कि 10 दिनों में सड़कों के निर्माण का काम शुरु कर दिया जाए।  महानगरपालिका के पास पैसे नहीं हैं तो अधिकारी कार्यालय भी क्यों आ रहे  हैं, एैसी आलोचना भी ज्ञापन में की गई। 

    नंबर सभी मनसे पदाधिकारियों को दिए जाएं

    ज्ञापन में यह भी निवेदन किया गया है कि सड़कों के काम की जिस इंजिनियर और ठेकेदार को जिम्मेदारी दी जाएगी उन्हें मनसे के अधिकारियों से मिलने के लिए कहा जाए या उनके नंबर सभी मनसे पदाधिकारियों को दिए जाएं।  इस आंदोलन में जनहित शहर अध्यक्ष संदिप मांडोले, मनविसे शहराध्यक्ष योगेश पाटील, संदीप महाले, जलगांव शहर संघटक निलेश अजमेरा, तहसील संघटक राजू बाविस्कर, महेश माली, जलगांव तहसील संघटक गणेश नेरकर, कुणाल पाटील, कुणाल पवार, गोविंद जाधव, विशाल कुमावत, संतोष सुरवाडे, रमेश भोई, मनोज खुले, निलेश खैरनार, एडवोकेट  दिनेश चव्हाण, मंगेश भावे, सिध्देस कवठालकर, गोरख गायकवाड़, संदिप पाटील आदि उपस्थित थे।