धुलिया में 10 अक्टूबर को राष्ट्रीय कीटनाशक अभियान: जलज शर्मा

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    धुलिया : व्यक्तिगत (Personal), पर्यावरणीय स्वच्छता (Environmental Hygiene) की कमी से बच्चों (Children) के पेट में कीड़ों (Insects) का प्रकोप बढ़ जाता है। कीड़े शिशुओं सहित बच्चों के बौद्धिक और शारीरिक विकास को अवरूद्ध कर देते हैं। इस पृष्ठभूमि में सोमवार 10 अक्टूबर 2022 को लागू होने वाले राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान को प्रभावी ढंग से लागू किया जाए, साथ ही जिला अधिकारी और जिला स्तरीय समन्वय समिति के अध्यक्ष जलज शर्मा ने निर्देश दिया है कि हर बच्चे को कृमिनाशक गोली का लाभ दिया जाए। 

    जिला अधिकारी ने कहा कि व्यक्तिगत और पर्यावरणीय स्वच्छता की कमी के कारण बच्चों में कीड़े का प्रसार बढ़ जाता है, जिसके कारण बच्चों को एनीमिया, कुपोषण, अवरुद्ध बौद्धिक और शारीरिक विकास जैसी बीमारियां हो जाती हैं, इन्हीं दिक्कतों से बचने के लिए यह अभियान चलाया जाएगा। जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में 6 लाख 18 हजार 745 और शहरी क्षेत्रों में 1 लाख 45 हजार बच्चों को कृमिनाशक गोलियां दी जाएगी। 

    एक से 19 वर्ष की आयु के लड़के और लड़कियों में इस बीमारी के मामले ज्यादा होते हैं

    बैठक में जिला परिषद की मुख्य कार्यकारी अधिकारी भुवनेश्वरी एस. ने कहा कि कृमि के कारण बच्चों में रक्ताल्पता, पेट दर्द, उल्टी, दस्त, जी मिचलाना, भूख न लगना, कुपोषण, थकान और बेचैनी, आंतों में सूजन आदि से जुड़ी बीमारियां हो जाती हैं। एक से 19 वर्ष की आयु के लड़के और लड़कियों में इस बीमारी के मामले ज्यादा होते हैं। इसी पृष्ठभूमि में जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने 10 अक्टूबर, 2022 को राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान चलाया जाएगा।  17 अक्टूबर 2022 को वंचित और स्कूल से बाहर के बच्चों के लिए मोप अप डे अभियान लागू किया जाएगा। 

    कीड़ों के संक्रमण को रोकने के लिए हाथ धोना आवश्यक है

    जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. नवले ने बैठक में कहा कि राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान साल में दो बार चलाया जाता है। उन्होंने बताया कि इस वर्ष यह अभियान स्कूल, आंगनबाड़ी स्तर पर लागू किया जाएगा। कीड़ों के संक्रमण को रोकने के लिए हाथ धोना आवश्यक है। उन्होंने बताया कि शौचालय का नियमित उपयोग, पैरों में जूते, साफ पानी, ठीक से पका हुआ खाना, सब्जियों और फलों को कई बार साफ पानी से धोना, नाखून साफ रखना भी जरूरी है। यह कीटाणुओं के संक्रमण को रोकने में मदद करता है। इस गोली से लड़के-लड़कियों का स्वास्थ्य अच्छा रहता है। उन्होंने यह भी कहा कि यह पोषण की स्थिति और जीवन की गुणवत्ता में सुधार करता है। 

    जिला अधिकारी राष्ट्रीय कृमि मुक्ति अभियान की पृष्ठभूमि में जिला अधिकारी कार्यालय में जिला स्तरीय समन्वय समिति की बैठक में बोल रहे थे। बैठक में जिला परिषद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी भुवनेश्वरी एस., जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. संतोष नवले, जिला सर्जन डॉ. कंचन वानेरे, जिला परिषद के उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी हेमंत राव भदाणे, माध्यमिक विभाग के शिक्षा अधिकारी मोहन देसले, मातृ और शिशु देखभाल अधिकारी डॉ. सचिन बोडके, रेजिडेंट बाहरी संपर्क अधिकारी स्वप्निल पाटिल आदि उपस्थित थे।