केंद्र सरकार की नीतियों के खिलाफ राकां आक्रामक

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जिलाधिकारी को राकां ने सौंपा ज्ञापन

जलगांव. कोरोना वायरस जैसी त्रासदी के दौरान केन्द्र सरकार द्वारा जनता को राहत देने की बजाय डीजल, पेट्रोल की कीमतों में की गई भारी बढ़ोतरी के खिलाफ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी आक्रामक हो गई है. राकां नेताओं का एक शिष्टमंडल इसे जनता पर आर्थिक अन्याय बताते हुए इनकी दरों में पच्चीस प्रतिशत कमी करने की मांग को लेकर जिलाधिकारी अभिजीत राऊत को ज्ञापन दिया.

एक माह से लगातार हो रही वृद्धि

पूर्व मंत्री गुलाब राव देवकर के नेतृत्व में जिलाधिकारी को दिए गए ज्ञापन में सरकार से आम आदमी को महंगाई से राहत दिलाने की मांग की गई है. ज्ञापन में बताया गया है कि आम लोगों पर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों का बोझ लगातार बढ़ता जा रहा है. पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी का सिलसिला कोरोना वायरस की विकट परिस्थितियों में भी निरंतर जारी है. पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर ने ज़िला अधिकारी को संबोधित करते हुए कहा कि पिछले एक महीने में पेट्रोल और डीजल की कीमतें लगातार बढ़ रही हैं, जबकि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें बेहद कम हैं. महीने भर के भीतर पेट्रोल की कीमत  10 रुपये से 11 रुपये और डीजल के दामों में  8 रुपये से 10 रुपये का इज़ाफ़ा हुआ है. 

पेट्रोल से महंगा हुआ डीजल

देश के कुछ हिस्सों में पहली बार इतिहास बना कि डीजल की कीमतें पेट्रोल की तुलना में अधिक हो गई हैं. ईंधन की कीमतें बढ़ने से महंगाई बढ़ने की आशंका है. एक तरफ पूरा देश कोरोना जैसी महामारी से जूझ रहा है.वहीं सरकार ने प्रति दिन पेट्रोल-डीजल की दर बढ़ाकर आम आदमी की कमर तोड़ दी है.ईंधन की कीमतों में बढ़ोतरी से आम आदमी को एक बार फिर झटका लगा है. केंद्र सरकार तत्काल पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस ले और आम आदमी को राहत देने की गुहार राकां ने लगाई है. पूर्व मंत्री गुलाबराव देवकर, राष्ट्रवादी कांग्रेस जिलाध्यक्ष एड. रवींद्र पाटिल, अल्पसंख्यक सेल प्रदेशाध्यक्ष गफ्फार मलिक, पूर्व नगरसेविका अश्विनी देशमुख, कल्पना पाटिल, वाल्मीकि पाटिल आदि के शिष्टमंडल ने जिलाधिकारी राऊत को ज्ञापन सौंपा.पेट्रोल और डीजल की बढ़ती कीमतों ने आम आदमी के लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं.कोरोना के कारण आर्थिक संकट खड़ा हुआ है. लोगों का रोजगार छिन गया है. 

आम आदमी हुआ बेहाल

लोगों को रोजगार नहीं हैं. पेट्रोल के बढ़े दामों से महंगाई भड़कने की आशंका है. इसके चलते आम आदमी का जीना दुर्बल हो जाएगा. केंद्र सरकार तत्काल जनहित को देखते हुए इस नाजुक घड़ी में पेट्रोल के बढ़े दामों को वापस ले.

-एड. रवींद्र पाटिल, ज़िला अध्यक्ष राकां