नंदुरबार : बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से नंदुरबार समेत राज्य के 4 से 5 जिलों में किसानों (Farmers) को भारी नुकसान हुआ है। राज्य के कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार (Agriculture Minister Abdul Sattar) ने कल यहां किसानों को आश्वासन दिया कि नुसान प्रभावित एक भी किसान सरकार (Government) की मदद से वंचित नहीं रहेगा और अगले दो दिनों में युद्धस्तर पर पंचनामा पूरा कर उचित मुआवजे (Compensation) की घोषणा की जाएगी।
नंदुरबार तहसील के अष्टे और थानापाड़ा क्षेत्र के ओलावृष्टि और बेमौसम खेतों का निरीक्षण कर किसानों को राहत देते हुए कृषि मंत्री अब्दुल सत्तार बोल रहे थे। इस अवसर पर राज्य के आदिवासी विकास मंत्री और जिले के पालक मंत्री डॉ. विजयकुमार गावित, जिला परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष अॅड. राम रघुवंशी, जिला सदस्य देवमन पवार, पीएस सदस्य कमलेश महाले, संतोष साबले, तहसीलदार भाऊसाहेब थोरात, तहसील कृषि अधिकारी निवासी नायब तहसीलदार बीओ बोरसे, मंडल अधिकारी तलाठी और किसान नीलेश भागेश्वर, स्वप्निल शेलके आदि किसान और अधिकारी और अधिकारी उपस्थित थे।
इस अवसर पर मंत्री सत्तार ने कहा कि प्याज, गेहूं, बाजरा, पपीता, कलिंगड सहित बागों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचा है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उप मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की भूमिका है कि पीड़ित को हर हाल में मदद मिलनी चाहिए। इसके लिए सरकार सत्र के दौरान ही नुकसान की समीक्षा कर फसल के अनुसार संतोषजनक मुआवजा देने का प्रयास कर रही है।
छह महीने में सबसे ज्यादा 12 हजार करोड़ की मदद
कृषि मंत्री सत्तार ने कहा कि पिछले छह महीने में सरकार ने करीब 12 हजार करोड़ रुपए की मदद नुकसान में डूबे किसानों को दी है। अभी तक किसी भी सरकार ने प्रभावित किसानों को इतनी मदद नहीं दी है। इस समय भी किसानों की मदद करते हुए सरकार एनडीआरएफ के मापदंड से अधिक दर पर मदद करना चाहती है।
एक लाख 39 हजार हेक्टेयर में नुकसान का अनुमान
कृषि मंत्री ने यह भी कहा कि शुरुआत में हुई ओलावृष्टि और बेमौसम बारिश से 13 हजार हेक्टेयर, फिर 40 हजार हेक्टेयर और वर्तमान में करीब 1 लाख 39 हजार हेक्टेयर में फसल खराब हुई है।
आंदोलन के बावजूद कर्मचारियों ने पंचनामा किया
कृषि मंत्री ने कर्मचारियों की प्रशंसा करते हुए कहा कि किसानों ने स्वयं उन्हें सकारात्मक तथ्य बताया है कि धूलिया, नंदुरबार जिले में सरकारी कर्मचारियों ने हड़ताल आंदोलन के दौरान भी किसानों के नुकसान का पंचनामा किया और कहा कि किसानों के प्रति सभी की भावनाएं संवेदनशील हैं।
दो दिनों में मुआवजे की घोषणा
सत्तार ने कहा कि नंदुरबार के पालक मंत्री डॉ. विजय कुमार गावित प्रशासन को पहले ही आदेश दे चुके हैं और पंचनामा के बाद मुख्यमंत्री और उप मुख्यमंत्री विधान परिषद और विधानसभा में किसानों को हुए नुकसान की समीक्षा कर मुआवजे की घोषणा करेंगे।
बागों में जाकर निरीक्षण
ठाणापाड़ा में प्याज की फसल और आष्टे में तरबूज और पपीते की फसल का बागों में जाकर मंत्र अब्दुल सत्तार ने निरीक्षण किया।
सत्तार द्वारा उठाए गए मुद्दे
- कोई भी प्रभावित किसान सहायता से वंचित नहीं रहेगा।
- राजस्व और कृषि विभाग के माध्यम से शेष पंचनामा दो दिन में पूर्ण किया जायेगा।
- विगत छह महीने में संकटग्रस्त किसानों को सर्वाधिक 12 हजार करोड़ की सहायता।
- सत्र के दौरान विधान परिषद, विधान सभा के दौरान फलसवार सहायता की घोषणा की जाएगी।
- एन.डी. आर. एफ. से अधिक मदद करने का सरकार का प्रयास है।
- अनुमानित नुकसान एक लाख 39 हजार।
- राज्य के पांच सबसे बुरी तरह प्रभावित जिलों में नंदुरबार, नासिक, धूलिया और जलगांव के कुछ हिस्से शामिल हैं।
- प्याज, गेहूं, बाजरा, पपीता, कलिंगड सहित बागों को व्यापक नुकसान।
- पीड़ित किसानों ने खुद कृषि मंत्री को बताया कि हड़ताल में शामिल होने के बावजूद कर्मचारियों ने पंचनामा बनाया।