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मुंबई: सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) महाराष्ट्र में सत्ता संघर्ष पर सुनवाई कर रहा है और राज्य में सरकार का भाग्य सुप्रीम कोर्ट के फैसले पर निर्भर करता है। इसमें एनसीपी के प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटिल (NCP State President Jayant Patil) ने राज्य की राजनीति को लेकर बड़ा दावा किया है। सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य में शिंदे फडणवीस सरकार (Shinde Fadnavis Govt) गिर सकती है।

मध्यावधि चुनाव से डर रही है राज्य सरकार 

हालाँकि, जयंत पाटिल ने राय व्यक्त की कि मध्यावधि चुनाव के बजाय महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन (President Rule) लागू होने की अधिक संभावना है। उन्होंने यह बयान जलगांव (Jalgaon) जिले के पचोरा में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दिया। जयंत पाटिल ने कहा कि राज्य सरकार मध्यावधि चुनाव (Mid Term Election) से डर रही है। सरकार यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि स्थानीय निकायों सहित सभी चुनावों को यथासंभव कैसे टाला जाए। बाजार समिति का चुनाव पार्टी के तौर पर नहीं लड़ा जाता, लेकिन कार्यकर्ता उस चुनाव को लड़ता है और अन्य चुनावों में एनसीपी की भूमिका होती है कि वह सबके साथ मिलकर चुनाव लड़े।

 गरीबों का जीना हो गया है मुश्किल 

लोग महंगाई की मार झेल रहे हैं। गरीबों का जीना मुश्किल हो गया है। इस मुद्दे से ध्यान भटकाने के लिए बीजेपी धार्मिक भावनाओं को भड़काने का काम कर रही है। उन्होंने शिंदे भाजपा सरकार (Shinde BJP Govt) की आलोचना करते हुए कहा कि जब से अदालत यह तय करने लगी है कि देश में क्या घोषणाएं की जानी चाहिए।