गुलाबराव पाटिल और चंद्रकांत के समर्थकों ने किया शिवसेना का विरोध

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    जलगांव : जिले के पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल (Gulabrao Patil) के बारे में बात करते हुए सांसद संजय राऊत (MP Sanjay Raut) की जुबान फिसल गई थी। इसके विरोध में संसदीय क्षेत्र में गुलाबराव पाटिल के समर्थकों ने शिवसेना नेता संजय राऊत की प्रतिमा जलाकर उनका विरोध किया। मुर्दाबाद मुर्दाबाद..संजय राउत मुर्दाबाद, गुलाबभाऊ, तुम आगे बढ़ो, हम तुम्हारे साथ हैं के नारे लगाकर पाटील समर्थकों ने राऊत का पुतला जलाया। साथ ही सावदा में शिंदे समूह में शामिल हुए मुक्ताईनगर के विधायक चंद्रकांत पाटील के समर्थकों ने भी सांसद संजय राऊत का पुतला जलाकर विरोध किया। इस विरोध में पाटील समर्थकों ने सांसद संजय राऊत के खिलाफ नारे लगाए। इस मौके पर विधायक चंद्रकांत पाटिल समर्थक शिवसेना शहर प्रमुख सूरज परदेशी, मनीष भंगाले, येदु लोखंडे, बंटी लोखंडे, शेख मुश्ताक, शाहरुख तडवी, अशरफ तड़वी, नितिन सपकाले, दीपक सोनार, नितिन चौधरी, चेतन माली, गणेश माली आदि मौजूद थे। 

    राउत ने शिवसेना को खत्म कर दिया 

    जिले के विधायक चंद्रकांत पाटिल के समर्थकों ने मुक्ताईनगर के प्रवर्तन चौक पर सांसद संजय राऊत की प्रतिमा जलाई। संजय राऊत ने गुलाबराव पाटील पर टिप्पणी की थी, इसका निषेध करते हुए उनके सर्थकों ने राऊत का पुतला जलाया। संजय राऊत को निशाना बनाते हुए ये कहा जा रहा था कि राऊत ने ही शिवसेना को खत्म किया है। विरोध में शामिल समर्थकों ने कहा कि विधायक चंद्रकांत पाटील जो निर्णय लेंगे सभी कार्यकर्ता उनके साथ रहेंगे। 

    संजय राउत के सांसद बनने पर शिवसैनिकों ने जताई नाराजगी

    इस मौके पर चंद्रकांत मराठे, संतोष माली, दीपक जोगी, संजय तलेले, मनोज मराठे, अशोक कुंभार, राजू कापसे, दिलीप गायकवाड़, अमोल पालवे, रफीक खाटीक, उमेश चव्हाण, साबिर पटेल, जीतू पाटिल मौजूद थे। राज्य में शिवसेना के विधायकों ने एकनाथ शिंदे के साथ बगावत कर दी है। इसका असर पूरे राज्य में महसूस किया जा रहा है। जलगांव जिले के पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल भी विद्रोह में शामिल हैं, शिवसेना नेता सांसद संजय राऊत ने गुलाबराव पाटिल की आलोचना करते हुए कहा था, कि पाटील को फिर से पान टपरी चलाने पडेगा। इस तरह के बयान देने के लिए उनकी आलोचना की जा रही है। इसका जिले में विरोध हो रहा है। सांसद संजय राऊत ने पालक मंत्री गुलाबराव पाटिल की आलोचना की। इससे शिवसेना कार्यकर्ताओं की भावनाओं को ठेस पहुंची है। गुलाबराव पाटिल जनता के नेता हैं और उनका सफर एक आम शिवसैनिक से लेकर महाराष्ट्र के एक नेता तक का है। उन्हें चार बार जनता ने चुना है और उनकी आलोचना करना गलत है। संजय राऊत के पिछले दरवाजे से सांसद बनने पर शिवसैनिकों ने नाराजगी जताई है। उनका इस तरह का बयान देना गलत है। इसके विरोध में संजय राऊत की प्रतिमा को जलाकर उनका अपमान किया गया।