इतने रुपए की रिश्वत लेते कनिष्ठ सहायक रंगेहाथ गिरफ्तार

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    धूलिया : भ्रष्टाचार निरोधक विभाग (Anti-Corruption Department) के धूलिया दस्ते ने एक कनिष्ठ सहायक (Junior Assistant) को तबादले के बाद अंतिम वेतन प्रमाण पत्र देने के एवज में 6 हजार रुपए (6 Thousand Rupees) की रिश्वत (Bribe) लेते रंगे हाथों पकड़ा है। कनिष्ठ सहायक के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। 

    ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया

    शिकायतकर्ता एक ग्राम सेवक है और शिंदखेड़ा तालुका के वाघडी खुर्द में कार्यरत है। उसे वहां से पदोन्नत किया गया और ग्राम विकास अधिकारी के रूप में शिरपुर पंचायत समिति में स्थानांतरित कर दिया गया। उसे 18 अप्रैल 2022 को ड्यूटी से मुक्त कर दिया गया था। उसके बाद वह अपना अंतिम वेतन प्रमाणपत्र लेने क लिए शिंदखेडा पंचायत समिती के कनिष्ठ सहाय्यक किरण मोरे से मिल रहा था। कनिष्ठ सहाय्यक किरण मोरे ने शिकसयतकर्ता से  8 हजार रुपए रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत देने के बाद शिकायतकर्ता को समूहविकास अधिकारी देवरे से अंतिम वेतन प्रमाणपत्र देने के लिए बुलाया। देवरे के साथ इस विष्य पर चर्चा करे के शिकायतकर्ता को अंतिम वेतन प्रमाणपत्र दिया जाएगा। एसी शिकायत शिकासतकर्ता ने धूलिया भ्रष्टाचार निरोधक विभाग को फोन करके बताया। 

    इस सूचना के आधार पर भ्रष्टाचार निरोधक विभाग की टीम शिंदखेड़ा गई और शिकायतकर्ता से मुलाकात कर 18 को शिकायत का सत्यापन किया।  सत्यापन के दौरान कनिष्ठ सहायक किरण मोरे ने अंतिम वेतन प्रमाण पत्र शिकायतकर्ता को देने के लिए 4 हजार रुपए समूह विकास अधिकारी देवरे और 2 हजार रुपए किरण मोरे ने अपने लिए लिया। कुल मिलाकर 6000 रुपए के समझौते के बाद धूलिया पंचायत समिती में उन्हें रिश्वत की राशि देने के लिए कहा गया। शिकायतकर्ता को दत्त मंदिर चौक पर बुलाया गया। धूलिया में अंतिम वेतन प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए 8:45 बजे शिकायतकर्ता से 6 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए कनिष्ठ सहायक किरण मोरे को रिश्वत दस्ते ने रंगेहाथ गिरफ्तार कर लिया।