दूध संघ चुनाव में भाजपा के सामने सत्ता बरकरार रखने की चुनौती, महाविकास अघाड़ी सरकार की जोरदार तैयारी

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    जलगांव : महाविकास अघाड़ी सरकार (Mahavikas Aghadi Govt) ने दूध संघ (Milk Union) पर विजय की पताका लहराने की कवायद शुरू कर दिया है। वही यह चुनाव अब बीजेपी के संकट मोचन विधायक गिरीश महाजन (MLA Girish Mahajan) के लिए अग्नि परीक्षा साबित होगा। जिला दूध उत्पादक संघ (Milk Producers Association) के चुनाव जुलाई तक होने के संकेत है। इस चुनाव के देखते हुए महाविकास अघाड़ी सरकार सक्रिय हो गई है। ज्ञात को की, 2015 में करीब 20 वर्ष के अंतराल के बाद हुए चुनाव में वरिष्ठ नेता एकनाथ खडसे (Eknath Khadse) के नेतृत्व मे बीजेपी (BJP) ने सत्ता प्राप्त की थी। खडसे की पत्नी मंदाकिनी दूध संघ की चेयरमैन बनी थी। वर्तमान स्थिती में खडसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (Nationalist Congress Party) में शामिल हुए है। महाविकास अघाड़ी सरकार की ओर से वे ही दूध संघ चुनाव का नेतृत्व करेंगे। दुसरी ओर बीजेपी की ओर से गिरीश महाजन बागडोर संभालने वाले है। अंततः दूध संघ मे खडसे विरुद्ध महाजन का संघर्ष तय दिखाई दे रहा है। इसमे भी बीजेपी के सामने सत्ता बनाये रखने की स्पष्ट चुनौती होगी। 

    इस निर्णय का जोरदार विरोध हुआ

    जलगांव जिला दूध उत्पादक संघ घाटे में जाने के बाद नेशनल डेंरी डेवलोपमेंट बोर्ड (एन.डी.डी.बी) की देखभाल में सौप दिया गया था और करीब 20 वर्ष दूध संघ सकुशल (एन.डी.डी.बी) के ही व्यवस्थापन में था। इस लंबे कार्यकाल मे दूध संघ घाटे से बहर आया, सारे कर्ज चुकाये गये और दूध संघ मुनाफे में भी रहा। पश्चात सरकार ने जिला दूध संघ से (एन.डी.डी.बी) का व्यवस्थापन हटा कर मुक्त करने का निर्णय लिया। इस निर्णय का जोरदार विरोध भी हुआ था। बहरहाल सरकारी निर्णय नही बदला। (एन.डी.डी.बी) का व्यवस्थापन हटने के बाद 2015 में जिला दूध संघ के हुए चुनाव में एकनाथ खडसे के नेतृत्व में बीजेपी का निर्देशक मंडल बहुमत के साथ विजयी हुआ था और खडसे पत्नी मंदाकिनी को चेयरमैन बनाया गया था। जिला दूध संघ की कमान संभालने के बाद मंदाकिनी खडसे महानंद की चेयरमेन बनी थी। 

    जुलाई में हो सकते हैं चुनाव

    कोरोना के कारण दो वर्ष दूध संघ के चुनाव स्थगित रहे, पर अब राज्य सहकार बोर्ड के निर्देशो के अनुसार जुलाई मे दूध संघ के चुनाव होने के संकेत प्राप्त हो रहे है। पर अब राजकीय स्थिती बदल गयी है। एकनाथ खडसे राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी में जाने के बाद जिला बैंक बीजेपी के हाथो से गयी। अब दूध संघ की बारी कही जा रही है। 

    महाविकास अघाड़ी सरकार की जोरदार तैयारी

    जिला बैंक मे बीजेपी की सत्ता कायम रखने मे गिरीश महाजन नाकामयाब रहे अब दूध संघ के चुनाव भी ऊन के नेतृत्व में होंगे। वास्तव मे उनका संघर्ष एकनाथ खडसे से होगा। उधर खडसे के नेतृत्व मे महाविकास अघाड़ी सरकार ने दूध संघ के लिये तय्यारी जोरो से शुरू कर दिया है। जिसके संकेत जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रभावशाली नेताओं का जिला दौरा पिछले कुछ दिनों से बढ़ गया है।